इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल ने यूपी पुलिस के दराेगा और सिपाहियों पर मारपीट करने व पर्स छीनने का आरोप लगाते हुए अपने उच्च अधिकारियों से मामले की शिकायत की है। इधर दनकौर के थाना प्रभारी का कहना है की लापरवाही से वाहन चलाने व सीट बेल्ट न पहनने पर ड्यूटी पर तैनात दरोगा ने चालक का चालान किया। चालक ने खुद काे दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल बताते हुए पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया और बगस करने लगा। थाना प्रभारी का कहना है कि हाथापाई नहीं हुई है। कानूनी कार्यवाही करने के उपरांत चालक को जाने दिया गया था।
दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात फिरोज अहमद जेवर के एक गांव से एक कार में बकरे लेकर यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए अपने घर जा रहे थे। हरियाणा बॉर्डर पेरीफ़ेरल हाइवे पर दनकौर पुलिस की टीम चेकिंग कर रही थी। चेकिंग के दौरान दनकौर पुलिस ने फिरोज काे रोककर पूछताछ की। फिरोज अहमद का आरोप है कि हेड कांस्टेबल ने ड्यूटी पर तैनात दरोगा राम किशोर और सिपाही ने उनसे अभद्रता की और कहा की वह जानवरों की तस्करी कर रहा है। इतना ही नहीं मारपीट करते हुए पर्स छीन लिया। पर्स मे ड्र्विंग लाइसेन्स एटीएम कार्ड और 15 हज़ार रुपए थे। इसके बाद फिरोज ने अपने वकील भाई के माध्यम से पुलिस के आला अफसरों काे मामले की शिकायत की।
दनकौर थाना प्रभारी अनिल पांडेय का कहना है कि हरियाणा बॉर्डर पेरीफ़ेरल हाइवे पर चेकिंग के दौरान लापरवाही से वाहन चलाने व सीट बेल्ट न पहनने पर ड्यूटी पर तैनात दरोगा ने चालक का चालान किया। चालक ने स्वयं को दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल बताते हुए पुलिस की कार्यवाही विरोध किया बहस भी की। इसके बाद पुलिस ने चालान करते हुए सिपाही काे जाने दिया। मारपीट या हाथापाई जैसी काेई घटना नहीं हुई है।