जानकारी के अनुसार नोएडा के सेक्टर-45 स्थित खजूरी कॉलोनी में रहने वाले पूजा राम की बेटी कंचन को रविवार की सुबह 10:00 बजे ईएसआई हॉस्पिटल में इलाज के लिए लेकर आए थे। मृतका के भाई अनिल कुमार ने बताया कि उसकी बहन के होनहार छात्रा था। अस्पताल में भर्ती करने के नाम पर उन्हें सुबह से लेकर शाम तक दौड़ाया गया। आखिरकार शाम को 7:00 बजे सातवें फ्लोर पर स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया। उसे टीबी रोग था, कोरोना नहीं। उसकी बहन दर्द से तड़प रही थी और इलाज न किए जाने पर काफी परेशान थी। आरोप है कि वह बार-बार अस्पताल के कर्मचारियों से कह रही थी कि मेरा इलाज कर दीजिए, मेरा इलाज कब करोगे, जब मैं मर जाऊंगी।
अनिल का आरोप है कि पहले अस्पताल का स्टाफ उसको भर्ती करने को तैयार नहीं था। फिर किसी तरह से भर्ती किया तो रात भर उसको भूखा रखा। आरोप है कि स्टाफ का एक आदमी खाने की थाली लेकर आया था, लेकिन बाद में वह थाली उसके सामने से खींच कर ले गया और कहने लगा कि यह दूसरे मरीज की है, तुम्हें खाना कल मिलेगा। दर्द और भूख से तड़फती कंचन ने अपने पिता पूजाराम पीने के लिए जूस मांगा था। पूजा राम नीचे जूस लेने आए थे, उसी दौरान कंचन ने खिड़की से कूदकर आत्महत्या कर ली।
कंचन के परिजनों का आरोप है कि कोई अस्पताल की सातवीं मंजिल से कूद जाता है और अस्पताल के कर्मचारियों को भनक तक नहीं लगती है। परजीनों ने अस्पताल पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए युवती की मौत का जिम्मेदार ठहराया और कार्रवाई की मांग की है। उधर, मामले में पुलिस का कहना है कि शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आवश्यक कार्रवाई करने के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।