पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी नसीब सिंह ने बताया कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर मोदी सरकार के चार साल में सफलता के दावे की पोल खोलने है। इसके लिए हमारी पार्टी ने भी 48 महीने बनाम 48 सवाल की एक प्रश्नावली तैयार कर ली है। अब इसे पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को भी सौंपेगी।
उन्होंने बताया कि इस प्रश्नावली के जरिए पार्टी कार्यकर्ता ब्लॉक स्तर में घर-घर जाकर बीजेपी के दावों की पोल खोलेगी। इसमें नोटबंदी के दावे, जीएसटी का सच, पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी और बेहाल किसान जैसे अहम मुद्दों को जनता तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। मेरठ में आयोजित बैठक में सभी पदाधिकारियों को भी इस प्रश्नावली के बारे में जानकारी दी गई। यह अभियान अभी 25 जून तक का है। इसे बढ़ाकर 30 जून तक कर दिया जाएगा।
पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश इकाई ने इसके लिए गाजियाबाद जिले के लिए राजेंद्र अवाना और मुघीश जिलानी, मंजीत सिंह कोचर की, हापुड में के.के. शर्मा, बीर सिंह चौधरी और अतहर सैफी, बागपत के लिए सुरेंद्र कश्यप, बुलंदशहर में बिजेंद्र यादव, रिषीपाल धिंगान, मनोज चौधरी और मुशाहिद चौधरी, लोकेश चौधरी और राजाराम भारती की। वहीं मेरठ के लिए संजीव शर्मा, बदरूद्दीन बदर और प्रद्यूमन जैन की ड्यूटी लगाई गई है।