पूर्वांचल के डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या, जेलर व डिप्टी जेलर समेत 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड जानकारी के अनुसार बागपत जिला जेल में रविवार रात पेशी के लिए लाए गए पूर्वांचल के डॉन मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इससे एक और जेल प्रशासन पर सवाल खड़े हाे गए हैं तो दूूसरी ओर प्रदेश की कानून व्यवस्था काे भी बड़ा झटका लगा है। जेल में गोली मारकर की गई इस हत्या से अब अन्य कैदी भी अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वहीं मुन्ना बजरंगी के वकील का कहना है कि जिस पिस्टल से मुन्ना बजरंगी की हत्या की गई थी। उसे एक हफ्ते पहले जेल के गटर में छिपाकर रखा गया था। यहां बता दें कि मुन्ना बजरंगी को बसपा के पूर्व विधायक को रंगदारी और जान से मारने की धमकी के आरोप में रविवार रात को झांसी से बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था, जिसकी पेशी बागपत कोर्ट में सोमवार को होनी थी, लेकिन पेेशी से पहले ही साेमवार सुबह उसकी हत्या कर दी गई। इस हत्या के पीछे सुनील राठी गैंग के लोग बताए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस प्रशासन डॉग स्क्वायड के साथ मौके पर जांच में जुटा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बागपत जेल के जेलर, डिप्टी जेलर समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हम इसकी गहराई से जांच करेंगे और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में होनी थी कोर्ट में पेशी बड़ौत के पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित और उनके भाई नारायण दीक्षित से 22 सितंबर 2017 को फोन पर रंगदारी मांगने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप था। बागपत की कोतवाली में मामला दर्ज हुआ था। पुलिस की छानबीन में लखनऊ के सुल्तान अली और झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था। प्रकरण की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। इस समय मुन्ना बजरंगी झांसी जेल में बंद था। पिछले सप्ताह बागपत की कोतवाली पुलिस ने इस मामले में झांसी जेल में तलबी भेजी थी, ताकि मुन्ना बजरंगी को कोर्ट में पेश किया जा सके। अदालत के आदेश का पालन कराने के लिए रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुन्ना बजरंगी को बागपत भेजा गया था।