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वहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए कल्याण के लिए बजट में 9,500 करोड़ रुपए दिए गए। इसके अलावा महिलाओं के लिए इस बजट में पोषाहार की योजनाओं के लिए 35,600 करोड़ फंड जारी किए गए हैं। इसके अलावा महिलाओं की अन्य योजनाओं पर सरकार इस वित्त वर्ष में 28,600 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
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इस बजट में देश की बढ़ती आबादी पर जारी राजनीति के बीच केन्द्र सरकार ने इसे वरदान बनाने के लिए कमर कस लिया है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए केन्द्र सरकार ने आम बजट 2020-21 के लिए 3,000 करोड़ रुपए जारी करने का एलाम किया है। यह राशि स्किल इंडिया प्रोग्राम के तहत अलॉट किए गए हैं। दरअसल, सरकार देश में बढ़ती जनसंख्या और बेरोजगारी की समस्या को दूर कर अपनी जनसंख्या को वरदान बनाने की दिशा में पहल शुरू कर दी है।
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देश में शिक्षित बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकार की तरफ से नई शिक्षा नीति लाने का भी ऐलान किया गया। इसके लिए अब ऑनलाइन डिग्री लेवल प्रोग्राम चलाए जाएंगे। इसके तहत भारत के छात्रों को विश्व के देशों की आवश्यक्ता के मुताबिक प्रशिक्षित कर उन्हें एशिया और अफ्रीका के देशों में भेजा जाएगा। वित्त मंत्री ने बताया कि दुनिया के कई देशों में शिक्षक और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों की बड़ी संख्या में मांग है, जिसे हम बड़े स्तर पर पूरा कर सकते हैं।
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इपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए जिला अस्पतालों में मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना बनाई जाएगी। इसके अलावा प्रोफेशनल्स को प्रायौगिक ज्ञान देने के लिए लोकल बॉडी में काम करने के लिए युवा इंजीनियर्स को इंटर्नशिप की व्यवस्था की जाएगी। वहीं, डॉक्टरों के लिए एक ब्रिज प्रोग्राम का शुभारंभ किया जाएगा। इसके अलावा, प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को प्रोफेशनल तौर-तरीकों की जानकारी दी जाएगी। डिग्री लेवल पर ऑनलाइन एजुकेशन कोर्सेज शुरू किए जाएंगे। नेशनल एजुकेशनल इंस्टीट्यूट लिस्ट के टॉप 100 कॉलेज में यह प्रोग्राम्स शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा इन प्रोफेशनल्स को विदेशी भाषाओं और वहीं की संस्कृति की भी जानकारी दी जाएगी। ताकि, भारतीय प्रोफेशनल्स विदेशों में जाकर अपनी सेवा दे सकें।