नोएडा

BSP ने लिया बड़ा फैसला, UP के इस शहर में नहीं मनाई जाएगी आंबेडकर जयंती

बीएसपी ने इसलिए लिया यह फैसला

नोएडाApr 12, 2018 / 10:01 pm

Iftekhar

मेरठ. सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी-एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के खिलाफ दो अप्रैल को दलित संगठनों की ओर से दो अप्रैल को बुलाए गए भारत बंद के दौरान हुए हिंसा के बाद बीएसपी ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, दो अप्रैल की हिंसा के आरोप में बसपा के कई नेता जेल भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा कई नेताओं पर अब भी गिरफ्तारी की लटकी तलवार लटकी हुई है। इसी को देखते हुए बीएसपी ने आगामी 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती का आयोजन मेरठ में नहीं करने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि हर साल 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती पर मेरठ में होने वाला मंडल स्तरीय आयोजन इस बार गौतमबुद्धनर में होगा।

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इसी प्रकार सहारनुपर मंडल के तीनों जिलों का आयोजन भी सहारनपुर में रखा गया है। बीएसपी के इस फैसले की वजह पुलिस की उस हिदायत को बताया जा रहा है, जिसमें पुलिस ने कहा है कि दो अप्रैल की हिंसा में शामिल लोगों के आयोजन में देखे जाने पर उनको गिरफ्तार किया जाएगा।

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आपको बता दें कि बीएसपी ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को 2019 का चुनावी बिगुल फूंकने की तैयारी में जुटी हुई थी। जानकारी के मुताबिक लोकसभा की कई सीटों पर बसपा इस मौके पर अपने कई प्रत्याशियों के नाम का ऐलान भी करने की योजना बना रही थी। बताया जाता है कि इस सूची में उन सीटों को शुमार किया गया था, जहां बसपा अकसर जीतती आ रही थी। एसपी या दूसरे दलों से गठबंधन के बाद भी जिन सीटों का बीएसपी के खाते में आना पक्का था। इसी सिलसिले में मेरठ से नामों की घोषणा करने का संदेश पार्टी के नेताओं को दे दिया गया था। बताया जाता है कि पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को भी इसके बारे में जनकारी दे दी गई थी। लेकिन, दो अप्रैल की हिंसा ने बसपा का सारा का सारा खेल ही बिगाड़ कर रख दिया है।

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दरअस, 2 अप्रैल की हिंसा में मेरठ मंडल के मेरठ और हापुड़ जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। सिर्फ मेरठ में ही बीएसपी के पूर्व विधायक योगेश वर्मा के साथ ही दो जोनल को-ऑर्डिनेटर और कई नेता हिंसा के आरोप में जेल भेजे जा चुके हैं। पार्टी का ऐसा मानना है कि यहां आयोजन होने से एक बार फिर से भीड़ जुटने पर कुछ असामाजिक तत्व या विरोधी माहौल खराब करने की साजिश कर बसपा को बदनाम कर सकते हैं। इस सिलसिले में बसपा के जिलाध्यक्ष मोहित कुमार ने बताया कि मेरठ का मंडलीय आयोजन स्थगित कर गौतमबुद्धनगर में रखा गया है। उन्होंने बताया कि मेरठ में सिर्फ पार्टी कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।

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गौरतलब है कि खुफिया विभाग ने भी रिपोर्ट दी है कि अम्बेडकर जयंती में शामिल होने वाली भीड़ पर कुछ लोग हमला कर सकते हैं या भीड़ में शामिल लोग ही विवाद खड़ा कर सकते हैं। खुफिया रिपोर्ट में 14 अप्रैल के दिन पुलिस को खास सुरक्षा के लिए कहा गया है। इसके अलावा लोगों के आने वाले मार्गों पर भी खास सतर्कता रखने की हिदायत दी गई है।

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इसी को देखते हुए एडीजी और कमिश्नर के निर्देश पर पुलिस प्रशासन सभी आयोजनों को अनुमति देते समय सख्त हिदायत भी दे रहे हैं। ईयोजकों को चेताया जा रहा है कि अगर कोई गड़बड़ी की गई तो सीधे रासुका के तहत ऐक्शन लिया जाएगा। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि हर जिले में 14 अप्रैल के लिए जोन और सेक्टर व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके अलावा संवेदनशील पॉइंट बनाकर सुरक्षा बलों की तैनात की जा रही है। किसी को माहौल बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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