शुक्रवार को अपने मायापुर स्थित फार्महाउस पर मृगांका सिंह ने जागरण संवाददाता से चुनाव को लेकर बातचीत के दौरान यह बात कही। साथ ही मृगांका सिंह ने पुलिस-प्रशासन पर आतंक फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में सरकारी मशीनरी ने मेरे खिलाफ काम किया। लाठियां मारकर मेरे समर्थक मतदाताओं को खदेड़ दिया, उनके घरों में तोडफ़ोड़ की गई। मेरे क्षेत्र में मशीनें खराब हुई, वहां पुनर्मतदान नहीं कराया गया। डीएम-एसएसपी ने मेरा फोन तक नहीं उठाया। जब उनसे यह पूछा गया कि केन्द्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है, फिर पुलिस-प्रशासन ने आपके खिलाफ क्यों हो गया? इस पर उन्होंने कहा कि इसी सवाल का जवाब मैं भी चाहती हूं। पार्टी नेतृत्व व सभी बड़े जिम्मेदार पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
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अधिकारियों को जवाब देना होगा। जहां पुनर्मतदान हुआ वहां महागठबंधन का नहीं, मेरा नुकसान हुआ। शामली शहर में 26 बूथों पर वीवीपैट मशीनें खराब रहीं, लेकिन वहां पुनर्मतदान नहीं कराया गया। शामली में 5 व सहारनपुर में 68 बूथों पर पुनर्मतदान हुआ। इसी से मेरी हार हुई। सहारनपुर की दोनों विधानसभाओं पर महागठबंधन को पुनर्मतदान का लाभ मिला। यह सोची-समझी साजिश थी। गन्ना नीति पर सरकार ने अच्छा काम किया है। यह नारा विरोधियों की राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश है।