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Meerut: लैब टेक्नीशियन से कोरोना के सैंपल छीन पेड़ पर चढ़ा बंदर चबा गया सारी किट, लोगों में दहशत दरअसल, राकेश कुमार पटवा सेक्टर-28 में रहते हैं। उन्होंने एसीपी ऑफिस में शिकायत करते हुए बताया कि उन्होंने अपने साथियों के साथ सेक्टर-22 में ओरियंटल बैंक के ऊपर अपना इंस्टीट्यूट 24 जनवरी को खोला था। जनवरी से मार्च तक का हमने पूरा रेंट दिया। वहीं, मार्च से लॉकडॉउन शुरू हो गया तो हमें घर में ही रहना पड़ा, जिसके कारण हमे पैसों की किल्लत हो गई। इसके वावजूद हमने अपने स्टाफ को नहीं निकाला। उन्हें 50 प्रतिशत सेलरी देते रहे। इसी बीच मकान मालिक नरेश शर्मा ने हम पर किराए का दबाव बनाना शुरू कर दिया तो हमने अपना काम वर्क फ्राॅम होम करने का निश्चय किया, जिसके लिए हमें एक्यूपमेंट की जरूरत थी। हमने अपने स्टाफ को जरूरी सामान लाने के लिए भेजा तो मकान मालिक नरेश शर्मा ने कहा कि जब तक रेंट नहीं देंगे आप सामान नहीं ले जा सकते। इसके बाद उन्होंने हमारे वर्करों को दरवाजे बंद करके लाठी-डंडों से जमकर पीटा।
राकेश का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम था कि नरेश शर्मा बीजेपी के नेता हैं। इतना पता था कि वे प्रभावशाली व्यक्ति हैं। पहले थाने में हमारी शिकायत नहीं ली जा रही थी, जब मामला मीडिया में आया तो शिकायत दर्ज की गई। वहीं, एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंहका कहना है पुलिस ने पीड़ितों के शिकायत पर बीजेपी के नेता के खिलाफ धारा 323, 552, 504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।