किताब 20 सफल उद्यमियों की विफलताओं पर मात और उनसे मिली सीख पर लिखी गई है। किताब को अभ्यासपूर्ण पृष्ठभूमि प्रदान करने के लिए आवश्यक अनुसंधान का काम श्वेता शर्मा ने किया है। किताब का संपादन प्रतिष्ठित लेखक एवं गीतकार प्रबुद्ध सौरभ ने किया है।
किताब की भूमिका लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह ने लिखी है। लेफ्टिनेंट जनरल केजे. सिंह ने तरुण राज अरोड़ा को किताब के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की।
किताब के संपादक तथा लेखक व गीतकार प्रबुद्ध सौरभ ने किताब को लेकर अपने शायराना अंदाज़ में जानकारी दी। अपने शेर ओ शायरी भरे अंदाज़ में उन्होंने सफलता और असफलता के विविध आयामों के विषय में चर्चा की। इस दौरान देश की राजधानी दिल्ली से जनकपुरी विधायक राजेश ऋषि कार्यक्रम में सपत्नीक शामिल हुए। विधायक ने कहा कि दुनिया को सबसे अधिक मोटिवेशन की ज़रुरत अभी है और यह किताब सही समय पर आई है।
इस दौरान तरुण राज अरोड़ा ने बताया कि किताब को लिखने में छह महीने का समय लगा। इसमें अनुसंधान, अध्ययन तथा लेखन में पूरी तरह से कार्यरत थे।
तरुण ने कहा कि किताब की सार्थकता तभी होगी जब पाठक अपने जीवन में इस किताब से ली गयी सीख को उतार सकेंगे। तरुण राज अरोड़ा ने अपनी किताब ‘हार के उस पार’ को अपने पिता देहदानी मुल्क राज अरोड़ा समर्पित किया।