बता दें कि शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में आर्मरर के पद पर तैनात हेड कांस्टेबल सतेंद्र कुमार शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले से प्रशिक्षण कराने के नाम पर रिश्वत ले रहा है। वीडियो में सतेंद्र कुमार के हाथ में कुछ नोट भी दिख रहे हैं। वीडियो वायरल होने पर एसएसपी वैभव कृष्ण ने तुरंत पुलिस लाइन के आरआई को मामले की जांच कर सख्त करवाई करने के आदेश दिए। इसके बाद आरआई मनोज सिंह ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए सूरजपुर कोतवाली में आर्मरर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया आैर इसके तुरंत बाद सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सूरजपुर कोतवाली प्रभारी मुनीष चौहान ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गर्इ है।
सवाल यह उठता है कि जब जिले में शस्त्र लाइसेंस बनाने पर रोक लगी हुर्इ है तो आर्मरर शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले आवेदकों का प्रशिक्षण कैसे कराने की बात कर रहा था। यह भी जांच का विषय है।