यूपी पुलिस व क्राइम ब्रांच ने यूपी के इस हाइटेक शहर में अमित कसाना गैंग के शूटर को किया पस्त
फायर बिग्रेड और ट्रैफिक पुलिस कर्मी ऐलानकर लोगों को अमोनिया गैस के रिसाव की जानकारी देने के साथ ही उन्हें घटनास्थल पर नहीं जाने के निर्देश दिए। फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक एफ-48 सेक्टर-8 में तिरुपति आइस फैक्ट्री है। फैक्ट्री में लगे टैंक से गुरुवार की दोपहर अमोनिया गैस का रिसाव शुरू हो गया। इससे वहां मौजूद लोगों के शरीर और आंखों में जलन होने लगी। इस बात की जानकारी होते ही फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों के बीच हड़कंप मच गया। लोग तेजी से बाहर भागने लगे। लेकिन, हवा के साथ गैस भी वातावरण में काफी दूर तक पहुंच गई थी। सूचना मिलते ही आनन-फानन मौके पर पहुंचे दमकल कर्मचारियों ने काफी मशक्कत के बाद गैस का रिसाव बंद किया। तब जाकर लोगों की जान में जान आई।
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चीफ फायर आफिसर बताया कि फैक्ट्री में लगे एक टैंक से अमोनिया गैस का रिसाव हो रहा था और वह हवा के साथ तेजी से फैल रहा था। उन्होंने बताया कि इससे कई लोग शरीर और आंखों में जलन की शिकायत करने लगे। गैस रिसाव रोकने के लिए कर्मचारी को विशेष ड्रेस पहनाकर रिसाव रोकने के लिए भेजा गया। इस दौरान उन कर्मचारी पर लगातार पानी का छिड़काव किया जाता रहा। उन्होंने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद रिसाव को बंद कर हालात को काबू में किया गया।
गैस के असर को खत्म करने के लिए फैक्ट्री के बाहर भी काफी दूर तक सड़कों और पेड़ों पर फायर टेंडर से पानी का छिड़काव किया गया। इससे गैस के असर को खत्म करने में मदद मिली। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद दोनों ओर से ट्रैफिक रोक दिया गया और समय रहते गैस का रिसाव बंद करने में कामयाबी मिल गई, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।