डिंडोरी। मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई का बलिदान हमें देशभक्ति और अन्याय के प्रति लडने की प्रेरणा देता है। रानी अवंती बाई ने 160 वर्ष पूर्व स्वतंत्रता और मातृभूमि की रक्षा के लिए अंग्रेजों से लडते हुए वीरगति को प्राप्त हुई थी। आज हमारे देश में वीरांगना रानी अवंती बाई महिला सशक्तिकरण की प्रतीक है जिसने शत्रुओं से संघर्ष किया और हार नहीं मानी। मुख्यमंत्री ग्राम-बालपुर, में वीरांगना रानी अवंती बाई की समाधि स्थल पर श्ऱद्धासुमन अर्पित करते हुए वीरांगना रानी अवंती बाई बलिदान दिवस समारोह सह-अंत्योदय मेला एवं महिला सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, राज्यमंत्री जालम सिंह पटेल, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योतिप्रकाश धुर्वे, जनपद पंचायत अध्यक्ष देववती बालरे, नगर पंचायत अध्यक्ष
पंकज सिंह तेकाम सहित आईजी आई पी कुलश्रेष्ठ, डीआईजी आर के अरूसिया, कलेक्टर अमित तोमर, पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन के, मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनुग्रह पी सहित जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई ने अपनी मातृभूमि और प्रजा की रक्षा के लिए अंग्रेजों के अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया और अंतिम सांस तक उनसे लडती रही। वीरांगना रानी अवंती बाई की समाधि स्थल में आकर हमें देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। वीरांगना रानी अवंती बाई के स्मरण स्थलों का सौंदर्यीकरण भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि डिंडोरी जिले के आदिवासियों ने वीरांगना रानी अवंती बाई की समाधि स्थल की स्मृति को संरक्षित करके रखा है, जिससे समाधि स्थल पर उनकी प्रतिमा स्थापित करने में मदद मिली है। मुख्यमंत्री ने आदिवासियों के इन प्रयासों की जमकर प्रशंसा की।
प्रदेश सरकार ने दी है कई योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश शासन गरीबों और किसानों की हितैषी है। प्रदेश शासन ने गरीबों के उत्थान और किसानों के कल्याण के लिए कई हितग्राही मूलक योजनाएं बनाई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में असंगठित श्रमिकों के लिए भी ऐतिहासिक योजनाएं संचालित की गई है। श्रमिकों का पंजीयन का कार्य 1 अप्रैल से प्रारम्भ होगा। उन्होंने सभी श्रमिकों को अनिवार्य रूप से पंजीयन कराने को कहा है। डिंडौरी जिले में श्रमिक सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा और श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं का उन्हें लाभ दिया जायेगा। भूमिहीन श्रमिक को भू-खण्ड प्रदान किया जायेगा। श्रमिकों को मृत्यु पर अंतिम संस्कार के लिए पंचायत एवं नगरीय निकाय से 5 हजार रूपए की नगद सहायता राषि प्रदान की जायेगी। इसी प्रकार से श्रमिकों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं भी संचालित है और उन्हें स्वरोजगार योजनाओं का भी लाभ मिलेगा।
महिलाओं ने बनाई अपनी विशेष पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिंडोरी जिले की महिलाओं ने स्वयं का
रोजगार ? स्थापित कर देश-प्रदेश में अपनी विषिष्ट पहचान बनाई है। जिले की महिलाओं ने कोदो-कुटकी का जमकर उत्पादन किया है और कोदो-कुटकी के उत्पादन से मुनाफा कमा रही है। जिले मे कोदो-कुटकी का उत्पादन बढाने के लिए हरसंभव मदद की जायेगी। कोदो-कुटकी एक पौष्टिक आहार है, इस पौष्टिक आहार से हमारे बच्चे कुपोषण से मुक्त होंगे। जिले में शैक्षिणिक गतिविधियों को बेहतर बनाने के लिए ग्राम पंचायत सारसडोली और किसलपुरी में हॉयर सेकेण्डरी स्कूल खोला जायेगा। आयोजित कार्यक्रम को मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने आयोजित कार्यक्रम में हितग्राहियों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, लाडली लक्ष्मी योजना सहित विभिन्न योजनाओ ंसे लाभांवित किया।
Hindi News / Dindori / महिला सशक्तिकरण की प्रतीक है वीरांगना रानी अवंती बाई- मुख्यमंत्री