दो एसी, चार कूलर सहित 3.3 किलोवॉट का लोड
अजमेर डिस्कॉम के विजिलेंस टीम के एएसपी व विजिलेंस के एसई जीडी फुलवारी के निर्देश पर हुई कार्रवाई में डीएसपी सुदेश शर्मा, सीकर वृत्त के एक्सईएन एनके वर्मा, एईएन भागीरथ शर्मा, कार्मिक गणेश सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे। टीम ने बताया कि विजिलेंस टीम को उप जिला प्रमुख के मकान में 1.5 टन की क्षमता के दो एसी, 250 वॉट की क्षमता के चार कूलर, एक फ्रीज, एक आधा इंच की पानी की मोटर, 20 सीएफएल, 100 वॉट का एक टीवी बिजली चोरी से चलता मिला है। घर में कुल 3.3 किलोवॉट का लोड बताया गया है।
धायल ने तीन दिन पहले लगाई कनेक्शन की फाइल
उपजिला प्रमुख ताराचंद धायल ने तीन दिन पहले 22 मई को ही बिजली निगम में इस घर के बिजली कनेक्शन के लिए बिजली निगम में फाइल थी लगाई थी। जिसका उन्होंने डिमांड नोटिस भी जमा करवा दिया। धायल का कहना है कि मकान में नहीं रहने की वजह से पहले बिजली की जरुरत नहीं थी। जो जरुरत थी वह सोलर प्लेट से पूरी हो रही थी। अब जरुरत पड़ी तो कनेक्शन के लिए आवेदन किया है।
लाइन में सीधे तार डालकर चोरी, पूरे सबूत
विजिलेंट टीम के अनुसार उप जिला प्रमुख धायल ने एलटी पोल से अवैध तरीके से सीधे तार डालकर घर में बिजली ले रखी थी। टीम के अनुसार ये चोरी पिछले 20 साल से चल रही थी। जिसमें लाखों की बिजली चोरी की गई। पर वीसीआर के नियमानुसार एक साल की ही पैनल्टी लगाई गई है। एक्सईएन वर्मा के अनुसार उनके पास बिजली चोरी के फोटो सहित पूरे सबूत है।
बड़ा सवाल: इतनें सालों बाद कैसे पकड़ी चोरी
मामले में बड़ा सवाल ये भी है कि यदि धायल के मकान में 20 साल से चोरी हो रही थी तो इतने साल बिजली निगम क्यों चुप रहा। जबकि निगम के एमडी, एसई, विजिलेंस के एक्सईन, एएसपी सहित कई अधिकारी इस कॉलोनी में रह चुके हैं।
शिकायत के आधार पर की कार्रवाई
हमें शिकायत मिली थी कि सीकर में एक बड़े राजनेता कई सालों से बिजली चोरी कर रहे हैं। हमने टीम गठित कर चार-पांच दिन निगरानी की और सारे सबूत जुटाने के बाद वीसीआर की कार्रवाई की।
बुद्धराज खटीक, एएसपी, विजिलेंस अजमेर डिस्कॉम
टीम पांच दिन से जनता कॉलोनी का दौरा कर रही थी। बिजली चोरी के सबूत मिलने पर ताराचंद धायल के घर वीसीआर भरी गई है। उन्हें पहले भी घर में बिजली कनेक्शन लेने के लिए कहा था। पर उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया।एनके वर्मा, एक्सईएन, सीकर।