इस उद्देश्य के लिए लगभग 2,212 बसों का चयन किया गया था। इनमें से 600 बसों को पहले चरण और 1,612 बसों को दूसरे चरण के लिए चुना गया है। अब तक 715 बसों को इस सुरक्षा सुविधा से लैस किया जा चुका है। अन्य बसों में भी यह सुविधा लगाने का काम जोरों से चल रहा है।
एमटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चेन्नई महानगर परिवहन निगम 600 से अधिक मार्गों पर 3000 से अधिक बसें संचालित करता है। कई बाद बाइक सवार और पैदल चलने वाला राहगीर के बसे के चपेट में आने की दुर्घटनाएं होती रहती है। इनसे दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए बसों के निचले हिस्से पर बैरिकेड लगाने का काम चल रहा है।