अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक एवं बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. हेतल वोरा ने बताया कि शहर के सीटीएम क्षेत्र निवासी एक परिवार के 15 दिवस के बच्चे को डिहाइड्रेशन की समस्या के चलते शुक्रवार को अस्पताल लाया गया। बच्चे को तेज बुखार भी था। अस्पताल में उसका तत्काल उपचार शुरू किया गया। गंभीर स्थिति के चलते रात को बच्चे को वेंटिलेटर के माध्यम से भी उपचार दिया गया। इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ। भर्ती किए जाने के 15 घंटे के भीतर ही शनिवार को उसकी मौत हो गई।डॉ. हेतल ने बताया कि शुक्रवार को ही रखियाल क्षेत्र निवासी एक परिवार के 10 दिन के बच्चे को भी तेज बुखार और डिहाइड्रेशन के चलते अस्पताल लाया गया था। गहन उपचार के बावजूद बच्चे की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। उसे भी वेंटिलेटर पर रखा गया था। अस्पताल में भर्ती कराने के लगभग 18 घंटे के भीतर शनिवार को ही उसकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि शुक्रवार को शहर के सिविल अस्पताल में भी गर्मी के कारण दो मरीजों की मौत हो गई। अन्य 10 मरीजों की हालत गंभीर बताई गई है। अस्पताल में तैयार किए गए हीट स्ट्रोक वार्डों में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
शरीर में पानी की कमी के चलते हुई मौत
डॉ. हेतल वोरा ने बताया कि प्राथमिक रूप से लग रहा है कि गर्मी के कारण दोनों बच्चों को सीवियर डिहाइड्रेशन हुआ था। शरीर में पानी की कमी होने और उसके बाद महत्वपूर्ण अंग असरग्रस्त होने के चलते बच्चों की मौत हो गई। दोनों मामले संदिग्ध हीट रिलेटेडमहानगरपालिका के हेल्थ ऑफिसर डॉ. भाविन सोलंकी के अनुसार दोनों ही बच्चों की मौत का कारण संदिग्ध हीट रिलेटेड लग रहा है। बच्चों को बहुत ज्यादा डिहाइड्रेशन था।