लाखों लोगों ने बलिदान देकर आजादी प्राप्त की थी जिला प्रशासन ने स्वतंत्रता दिवस के पूर्व विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया। कार्यक्रम में विभाजन की विभीषिका पर आधारित एक लघु फिल्म दिखाई गई। इस दौरान विभाजन के समय जो परिस्थितियां निर्मित हुई थीं, उनके बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। और अनुभव सुनाएं गए। फिल्म के जरिए बताया कि देश का विभाजन किसी विभीषिका से कम नहीं था। भारत के लाखों लोगों ने बलिदान देकर आजादी प्राप्त की थी, ऐसे समय पर देश को दो टुकड़ों में बंट जाने का दर्द लाखों परिवारों में एक गहरे जख्म की तरह घर कर गया है।
1971 में स्वतंत्र राष्ट्र बना बांग्लादेश बंगाल के पूर्वी हिस्से को भारत से अलग कर पूर्वी पाकिस्तान बना दिया गया था, जो कि सन् 1971 में बांग्लादेश के रूप में एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। भारत के इस भौगोलिक बंटवारे ने देश के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक तथा मानसिक रूप से झकझोर दिया था। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें न सिर्फ भेद- भाव, वैमनस्य एवं दुर्भावना को खत्म करने की याद दिलाएगा बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानव सशक्तिकरण की प्रेरणा मिलेगी।
त्रासदी में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि कार्यक्रम में त्रासदी के दौरान प्राणोत्सर्ग करने वाले लोगों की याद में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पिंकी वानखेड़े, जिपं सीइओ शैलेंद्र सिंह सोलंकी, विस्थापित परिवारों के सदस्य सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।