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ब्लड कंपोनेंट मशीन आ गई, पर लाइसेंस पाने किए ऑन लाइन आवेदन पर जिम्मेदारों को नहीं यकीन

-जिला अस्पताल के ब्लड सेपरेशन यूनिट को नहीं मिल पा रहा लाइसेंस, नए नियमों के तहत ऑन लाइन हुआ आवेदन

दमोहDec 17, 2024 / 08:38 pm

आकाश तिवारी

दमोह. जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट के लिए नई ब्लड कंपोनेंट यूनिट आ चुकी है। इसके साथ अन्य उपकरण भी आए हैं। बता दें कि इस यूनिट के लिए अन्य सामग्री काफी पहले आ चुकी थी। हैरानी की बात यह है कि भवन निर्माण पूर्ण हो जाने और उपकरणों के आने के बाद भी दिल्ली से टीम निरीक्षण करने अब तक नहीं आई है। लाइसेंस न मिल पाने की वजह से यह यूनिट शुरू नहीं हो पा रही है। दो साल से इस यूनिट को शुरू करने की कवायद चल रही है, लेकिन अभी तक प्रबंधन लाइसेंस के लिए दिल्ली से टीम को नहीं बुला सका है। इस यूनिट की कमी से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। प्लाजमा, प्लेटलेट्स और अन्य कंपोनेंट मरीजों को नहीं मिल पा रहे है। मरीजों को होल ब्लड चढ़ाना पड़ रहा है।
-ऑन लाइन आवेदन में भी पेंच
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. प्रशांत सोनी ने बताया कि ऑफ लाइन आवेदन कैंसिल होने के बाद ऑन लाइन आवेदन की जटिल प्रक्रिया को पूरा किया गया है। यहां से ऑन लाइन आवेदन हो चुका है, लेकिन इसमें भी कुछ कमी है, जिसकी कम्प्लाइंस आने की आशंका है। दो तरह से मंजूरी लेने की बात बताई जा रही है। अभी यूनिट को अलग चालू करने के लिए आवेदन किया है। यदि होल ब्लड यूनिट के साथ इसे चालू करना है तो इसके लिए जगह का नक्शा भी ऑन लाइन करना होगा।
-खत्म नहीं हुआ डेंगू, डिमांड में है प्लेटलेट्स
इस साल डेंगू के डंक ने मरीजों को काफी परेशान किया है। अधिकृत आंकड़ों में लगभग तीन सौ मरीज डेंगू के सामने आ चुके हैं। अधिकांश में मरीजों को प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ी है, लेकिन मरीजों को इस कंपोनेंट के लिए काफी परेशान होना पड़ा है। कई मरीज तो जबलपुर इलाज कराने मजबूर हुए हैं। कई मरीजों को मजबूरन होल ब्लड चढ़वाना पड़ा है। अभी भी डेंगू की बीमारी से लोग पीडि़त हो रहे हैं।
-वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं, प्रबंधन भी चुप
ब्लड सेपरेशन यूनिट के चालू न होने की स्थिति में प्रबंधन मरीजों को कंपोनेंट उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। मरीजों के लिए वैकल्पिक रास्ते भी नहीं तलाशे जा रहे हैं। मसलन जिस तरह से डॉग बाइट के इंजेक्शन दूसरे जिलों से मांगे जाते हैं। ठीक इसी तरह निजी या फिर दूसरे नजदीकी जिलों से कंपोनेंट की डिमांड की जा सकती है ताकि गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सके।
ऑन लाइन कर दिया आवेदन……
ब्लड कंपोनेंट मशीन १५ दिन पहले आ चुकी है। लाइसेंस के लिए ऑन लाइन आवेदन कर दिए हैं। आवेदन में यदि कोई खामी नहीं निकलती है तो टीम निरीक्षण के लिए जल्द आएगी।
डॉ. प्रशांत सोनी, प्रभारी ब्लड बैंक

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