रायबरेली से सांसद बने रहेंगे राहुल सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान खरगे ने कहा कि राहुल गांधी दो जगह से चुनकर आए हैं। कानून के अनुसार एक सीट छोड़नी है। इसलिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मिलकर ये फैसला किया है कि राहुल गांधी वायनाड सीट छोड़ेंगे और अपने परिवार की परंपरागत सीट रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। खरगे ने कहा कि रायबरेली सीट पहले से ही गांधी परिवार से जुड़ा रहा है, इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस सीट से वह सांसद बने रहेंगे।
वायनाड के लोगों से भावनात्मक रिश्ता
वायनाड सीट छोड़ने और रायबरेली से सांसद बने रहने पर राहुल गांधी ने कहा कि उनका रायबरेली और वायनाड दोनें जगहों से भावनात्मक संबंध है। पिछले पांच साल वह वायनाड के सांसद थे। इस दौरान वहां के लोगों ने उन्हें बहुत प्यार दिया। वह इसको ताउम्र याद रखेंगे। अपना प्यार देने और भरोसा जताने के लिए वायनाड के लोगों को धन्यवाद देते हैं और वह समय-समय पर वहां जाते रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी ऐलान किया कि प्रियंका वहां से चुनाव लड़ेंगी और वायनाड के लिए हमने जो वादा किया था, उसे वह पूरा करेंगी।
मैं वायनाड को राहुल की कमी महसूस नहीं होने दूंगी- प्रियंका कांग्रेस नेता ने लोकसभा सीट छोड़ने पर कहा कि वायनाड के लोगों ने मुझे बहुत कठिन समय में समर्थन दिया और लड़ने की ऊर्जा दी। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हर कोई यह जान ले कि प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ेंगी और हम अपनी प्रतिबद्धताओं पर कायम रहेंगे। वहीं, इस फैसले के बाद प्रियंका गांधी ने वायनाड के लोगों को राहुल की कमी महसूस नहीं होने देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ”मैं वायनाड को राहुल की कमी महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी, वायनाड में सभी को खुश करने की पूरी कोशिश करूंगी, एक अच्छी प्रतिनिधि बनूंगी।”