फोनपे इंश्योरेंस ब्रोकिंग सर्विसेज के बिजनेस हैड निलेश अग्रवाल ने बताया कि भारत में हेल्थ इंश्योरेंस को हमेशा फिजूल खर्च के रूप में देखा जाता है, न कि सुरक्षा की तरह। जहाँ भारत में औसतन प्रति व्यक्ति आय लगभग ₹16,000 प्रति माह है, वहीं हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के प्रीमियम, जिसके साल भर के खर्चों को जोड़ा जाए, तो लगभग 30% (₹5,000 प्रीमियम मानते हुए) मासिक वेतन के बराबर हो जाता है, जिसका एक बार में पेमेंट करना मुश्किल होता है।
ऐसे में मासिक प्रीमियम प्लान किफायती होते हैं और यूज़र को उनकी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करते हैं। इंश्योरेंस प्रोडक्ट को सभी आय वर्गों के लिए आसान और किफायती बनाने की आवश्यकता को पहचानते हुए, फोनपे ने पहली बार इंश्योरेंस प्रीमियम पेमेंट के लिए मासिक सब्सक्रिप्शन शुरू की है जिसमें ₹500 से ₹3000 प्रति माह के फ्लेक्सिबल पेमेंट विकल्प मिलते हैं। यह फीचर हेल्थ इंश्योरेंस को सलाना लंपसम पेमेंट के बोझ में पड़ने के बजाय हर महीने के घरेलू बिलों के पेमेंट जितना आसान बना देता है।
मासिक प्रीमियम पेमेंट प्लान खास तौर से आज के ज़माने के भारतीय उपभोक्ता के लिए हेल्थ इंश्योरेंस कैटेगरी में उपलब्ध विकल्पों को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। हर महीने छोटे-छोटे पेमेंट उनके लिए आर्थिक बोझ को कम करने में मदद करते हैं, साथ ही उन्हें एक्सटेंसिव इंश्योरेंस कवरेज का विकल्प चुनने के लिए सक्षम बनाते हैं, बिना आर्थिक स्थिति पर दबाव डाले।