सीटीआइ राजेश द्विवेदी हर दिन झांसी से ग्वालियर तक फ्लाइंग स्क्वाॅड में चलते हैं। शनिवार को ग्वालियर से झांसी जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। सुबह 9.49 बजे आउटर से निकल रही ट्रेन निजामुद्दीन- कन्याकुमारी सुपर फास्ट एक्सप्रेस
(Thirukkural Express) की गति धीमी हुई तो दौड़कर वह उसमें चढ़ने का प्रयास किया।
टारगेट पूरा करने में रहते हैं टीटीई
रेलवे में टीटीई की अलग-अलग ड्यूटी रहती है। कुछ टीटीई ट्रेनों में चलते हैं, कुछ टीटीई को ट्रेनों में फ्लाइंग स्क्वाॅड के रूप में चैकिंग के साथ प्लेटफॉर्म पर चैकिंग में लगाया जाता है। इन सभी टीटीई को टारगेट दिया जाता है। वह महीनेभर टारगेट पूरा करने में जुटे रहते हैं। ये भी पढ़ें: Weather Update : मध्य प्रदेश के 30 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, अभी आया मौसम विभाग का नया अपडेट दूसरे मरीज के लिए खड़ी थी एंबुलेंस
यह घटना सुबह 9.49 बजे की है। इससे पहले
ग्वालियर पूना एक्सप्रेस में एक मरीज की हालत बिगड़ने पर एंबुलेंस को बुलाया गया था। इसके लिए एंबुलेंस प्लेटफॉर्म एक के बाहर खड़ी थी। जैसे ही यह घटना हुई तो इससे सीटीआइ को तुरंत जेएएच के टॉमा सेंटर भेजा गया।
डीआरएम पहुंचे अस्पताल
सीटीआइ को देखने के लिए झांसी मंडल के डीआरएम दीपक कुमार सिन्हा, सीनियर डीसीएम अमन वर्मा सहित कई अधिकारी शाम को गोले का मंदिर स्थित अस्पताल में पहुंचे। जहां डॉक्टरों से सीटीआइ के बारे में जानकारी ली।
ट्रेन पकड़ने के चक्कर में गिरते हैं यात्री
ट्रेन पकड़ने की जल्दबाजी में यात्रियों के गिरने कई घटनाएं हो चुकी हैं। यात्री ट्रेन में बैठने के चक्कर में प्लेटफॉर्म और पटरी तक पहुंच जाते है। लेकिन रेलवे सीटीआइ भी इस तरह से जल्दबाजी में ट्रेन में चढ़ते हैं, ऐसा मामला पहलीबार देखने में आया है।