छतरपुर. सीबीआई की टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) के जनरल मैनेजर पीएल चौधरी, पीएनसीइंफ्रास्ट्रक्टरलिमटेड के मैनेजर ब्रजेश मिश्रा समेत छह लोगों को छतरपुर से गिरफ्तार किया है। शनिवार की रात 8 बजे से रविवार की दोपहर 3 बजे तक चली कार्रवाई के बाद टीम ने छह लोगों को गिरफ्तार किया और जिला अस्पताल में उनका मेडिकल कराने के बाद अपने साथ ले गई। हालांकि सीबीआई टीम ने कार्रवाई को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा है, लेकिन 2800 करोड़ के झांसी खजुराहो फोरलेन निर्माण के कंपलीशन सर्टिफिकेट के लिए रिश्वत लेने पर सीबीआई की कार्रवाई की बात कही जा रही है।
पांच गाडिय़ों से सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम शनिवार की रात आठ बजे शहर के अंबेडकर नगर स्थिति एनएचएआइ के प्रोजेक्ट मैनेजर एवं जनरल मैनेजर पुरुषोत्तम लाल चौधरी उर्फ पीएल चौधरी के निवासी पहुंची। टीम ने घर की तलाशी ली, दस्तावेज खंगाले और जनरल मैनेजर से पूछताछ की। इसके बाद टीम रविवार की सुबह पीएल चौधरी को लेकर रेलवे स्टेशन के पास स्थित एनएचएआई के दफ्तर पहुंची और दस्तावेज खंगाले और रिकॉर्ड को सीज किया। दोपहर 3 बजे टीम एनएचएआई के दफ्तर से अपने साथ जीएम पीएल चौधरी उम्र 55 वर्ष निवासी अंबेडकर नगर छतरपुर, झांसी खजुराहो फोरलेन बनाने वाली कंपनी पीएनसी के मैनेजर ब्रजेश मिश्रा उम्र 50 वर्ष निवासी नौगांव , शुभम जैन उम्र 28 वर्ष निवासी नौगांव, अनिल कुमार जैन 49 वर्ष निवासी झांसी खजुराहो रोड, सत्य नारायण अंगुलुरी 53 निवासी लखनऊ और प्रेम कुमार शर्मा उम्र 63 वर्ष निवासी छतरपुर को अपने साथ लेकर जिला अस्पताल पहुंची। शाम साढ़े चार बजे तक सभी को मेडिकल कराकर उन्हें टीम अपने साथ ले गई।
दिल्ली सीबीआई की टीम गिरफ्तार करके ले गई है। इस बारे में सीबीआई की टीम ने मीडिया से कुछ भी बताने से परहेज किया। वहीं एनएचएआइ कार्यालय के लोग भी कुछ बता नहीं सके। लेकिन बताया जा रहा है रिश्वत लेने पर आरोपियों से पूछताछ और रिकॉर्ड जब्त करने के बाद सीबीआई टीम ने गिरफ्तार किया है। सीबीआई की टीम ने एनएचएआई के जीएम की गाड़ी का टैंक फुल कराया और उसी गाड़ी में उन्हें लेकर दिल्ली रवाना हो गई।
जांच अभी भी जारी है एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि उक्त निजी कंपनी के दो निदेशक अपने आरोपी कर्मचारियों के साथ साजिश करके अनुचित लाभ प्राप्त कर रहे हैं। एनएचएआई अधिकारियों पर एनएचएआईद्धारा निजी कंपनी को सौंपी गई झांसी-खजुराहो परियोजना के संबंध में अंतिम हैंडओवर प्राप्त करने के साथ-साथ अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने और अंतिम बिल की प्रोसेसिंग करने के लिए रिश्वत दी गई है। सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), छतरपुर, मध्यप्रदेश के महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक को निजी कंपनी के कर्मचारियों से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों को भोपाल में न्यायिक न्यायालय में पेश किया जा रहा है। सीबीआई की जांच अभी भी जारी है।
इनका कहना है ये सही है सीबीआई टीम ने हमारे जिले में कार्रवाई की है। सीबीआई दिल्ली की टीम आई थी। ज्यादा जानाकरी सीबीआई ही दे पाएगी। अगम जैन, एसपी, छतरपुर