द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों को चिह्नों के विश्लेषण के दौरान साइट के एक खंभे पर उकेरे हुए ‘वी’ के 365 निशान मिले। हर निशान एक दिन का प्रतिनिधित्व करता है। कैलेंडर में 11 अतिरिक्त दिन के साथ 12 चंद्र महीनों को भी प्रदर्शित किया गया। यह उस काल के लोगों में पृथ्वी की धुरी के हिलने-डुलने के ज्ञान की पुष्टि करता है। टीम ने 27 दिन चलने वाली उल्का धारा को दर्शाने वाले एक दूसरे स्तंभ की भी खोज की। प्राचीन स्तंभों पर नक्काशी में 13,000 साल पहले एक धूमकेतु के हमले को दर्शाया गया है, जिसने उस काल के लोगों को लुप्त कर 1,200 साल चलने वाले छोटे हिमयुग की शुरुआत की थी।
धूमकेतु का हमला शोध टीम में शामिल एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के प्रमुख डॉ. मार्टिन स्वेटमैन ने कहा, लगता है कि गोबेकली टेपे के रहने वाले खगोलीय घटनाओं को लेकर काफी उत्सुक रहते थे। उनकी दुनिया एक धूमकेतु के हमले से तबाह हो गई थी। माना जाता है कि इस हमले ने नए विकास के साथ मानव सभ्यता को आकार दिया।
मानव निर्मित सबसे पुरानी संरचनाएं… शोधकर्ताओं के मुताबिक गोबेकली टेपे साइट में सबसे पुरानी मानव निर्मित संरचनाएं हैं। इनका निर्माण 9,600 और 8,200 ईसा पूर्व के बीच शिकारियों ने किया था। वह काल पाषाण युग से भी छह हजार साल पहले का था। स्मारकों में शायद अंतिम संस्कार जैसे अनुष्ठान किए जाते थे।