सर्दी-खांसी होने पर बच्चों को न भेजें स्कूल
पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने एडिनो वायरस के बढ़ते खतरों को देखते हुए दिशा-निर्देश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि सर्दी-खांसी होने पर बच्चों को स्कूल न भेजे। यदि 3-5 दिनों तक बुखार आता है और सांस लेने में दिक्कत आती है तो तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करें।
एडिनो वायरस के क्या हैं लक्षण?
डॉक्टरों का कहना है कि आमतौर पर सर्दी-खांसी, गले के साथ पेट खराब होना, उल्टी होना और सांस लेने में दिक्कत आना इस वायरस के लक्षण हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरस के चपेट में बच्चों के साथ बुजुर्ग भी आ सकते हैं। इसलिए बच्चों के साथ ही बुजुर्गों को भी सर्तक रहने के लिए कहा गया है।
एडिनो वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनना अनिवार्य
एडिनो वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर निताई चंद्र मंडल ने कहा कि इस बिमारी से बचने का एकमात्र उपाय मास्क पहनना है। अभी एडिनो वायरस से संक्रमितों की पहचान के लिए कोई विशेष जांच नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक टीम गठित की जाएगी, जो सभी अस्पतालों में जाकर निरीक्षण करेगी।