कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे और वर्तमान में बीजेपी के राज्यसभा सदस्य अशोक चव्हाण ने बेटी श्रीजया चव्हाण को भोकर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिलाने में सफल रहे। अशोक ने बेटी के चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। शरद पवार पोते युगेंद्र पवार को लड़ा रहे हैं तो मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे के बेटे अमित माहिम विधानसभा सीट से लड़ रहे हैं। हालांकि यह सीट फंसी हुई है।
दो नेताओं ने बेटे – बेटी को अलग अलग दलों से लड़ाया
पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे और पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने इस मामले में अन्य नेताओं को पीछे छोड़ दिया। दोनों नेता परिवार में दो – दो टिकट लेने में सफल रहे। एक बेटे को बीजेपी से तो दूसरे को अलग दल से लड़ाया है। नारायण राणे के विधायक बेटे नितेश राणे को बीजेपी ने फिर जहां फिर से कोंकण की कणकवली सीट से उन्हें मौका दिया है, वहीं उनके दूसरे बेटे निलेश राने को शिंदे की शिवसेना ने कुडाल सीट से उतारा है। इसी तरह राव साहब दानवे बेटी संजना जाधव को जहां शिवसेना से चुनाव लड़ा रहे, वहीं बेटे संतोष दानवे भोकरदन सीट से भाजपा के टिकट पर लड़ रहे हैं। इस प्रकार दानवे को प्रभाव वाले क्षेत्र में पार्टी के साथ पुत्र और पुत्री तीनों की चिंता करनी पड़ रही। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रणजीत देशमुख के बेटे आशीष देशमुख सावनेर सीट से बीजेपी के टिकट पर लड़ रहे हैं। मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार को खुद के साथ भाई का चुनाव भी देखना पड़ रहा।पूर्व सांसद दत्ता मेघे के बेटे समीर मेघे हिंगणा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर लड़ रहे हैं।
कोई दल छूटा नहीं
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे सलील देशमुख काटोल से शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार हैं। शरद पवार की ही पार्टी से महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे की बेटी रोहिणी खडसे भी मुक्ताईनगर सीट से लड़ रही हैं। अजित पवार की एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे भी अपनी बेटी अदिति तटकरे को श्रीवर्धन सीट से चुनाव लड़ाने में जुटे हैं। कल्याण पूर्व सीट से जेल में बंद चल रहे मौजूदा विधायक गणपत गायकवाड़ की पत्नी सुलभा गायकवाड़ बीजेपी के टिकट पर लड़ रही हैं। सिटिंग विधायक गणपत गायकवाड़ शिंदे की शिवसेना के कार्यकर्ता पर फायरिंग के लिए जेल की सजा काट रहे हैं। जिसके कारण बीजेपी ने उनका टिकट काटकर पत्नी को उतारा।