क्या है ’हरामी नाला’
दरअसल गुजरात का कच्छ, पकिस्तान से बिल्कुल लगा हुआ एरिया है और ‘हरामी नाला’ गुजरात के कच्छ इलाके में भारत और पाकिस्तान को बांटने वाला 22 किमी लंबा समुद्री चैनल है। यह इंडो-पाक के बीच सर क्रीक इलाके की 96 किलोमीटर विवादित सीमा का हिस्सा है, ये नाला 22 किमी लंबा है, इस ‘हरामी नाले’ के जरिए घुसपैठियों भारत की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं। इसी वजह से इसका नाम ‘हरामी नाला’ रखा गया है, यहां पानी का स्तर ज्वार-भाटे और मौसम की वजह से लगातार बदलता रहता है इसलिए यह बेहद खतरनाक भी माना जाता है।
पाकिस्तान के पक्ष में भौगोलिक हालात
‘हरामी नाला’ भारत-पाक सीमा के वर्टिकल लाइन से पाकिस्तान की तरफ से निकलता है, यह नाला भारत के सामरिक लिहाज से सबसे अहम 1175 पोस्टों से सिर्फ पांच किमी की दूरी पर स्थित है, यहां भौगोलिक हालात पाकिस्तान के पक्ष में है, क्योंकि सीमा के उस पार पाकिस्तान के सिंध इलाके में क्रीकों और दलदली जमीन की वह समस्या नहीं, जो भारत की तरफ है, यही नहीं इस नाले के उस पार मात्र 10 किमी की दूरी पर ही पाकिस्तान की घनी आबादी वाला क्षेत्र है।
मछुआरों के भेष में आ सकते हैं आतंकी
शंका जताई जा रही है कि यहां से पाक कमांडो, मछुआरों के भेष में भारत में प्रवेश कर सकते हैं। नाले के अंदर मछली पकडऩे पर रोक है, लेकिन इसके अंदर झींगा मछली और रेड सामन मछली पाई जाती है जिनकी काफी मांग है। इस कारण से यह नाला भारत और पाकिस्तान दोनों के मछुआरों का प्रिय स्थान है।
जैश-ए-मोहम्मद दे रहा है आतंकियों को अंडरवाटर ट्रेनिंग
नौसेना को खुफिया जानकारी मिली है कि जैश-ए-मोहम्मद के अंडरवाटर विंग के आतंकियों को यहां ट्रेनिंग दी जा रही है। पिछले महीने नौसेना प्रमुख ने कहा था कि भारतीय नौसेना अलर्ट पर है और उनपर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हम देशवासियों को आश्वस्त करना चाहेंगे कि हम पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। बता दें कि जम्मू कश्मीर पर भारत सरकार के रुख से आतंकवादियों के बीच हलचल है। आतंकी किसी तरह कश्मीर घाटी के रास्ते घुसकर भारत में अशांति फैलाना चाहते हैं। धारा 370 हटाने के बाद से पाकिस्तान भारत पर हमले की धमकी दे रहा है।