समाज कल्याण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक इन बच्चों को प्रधानमंत्री से बात करने की तारीख के बारे में नहीं बताया गया है। परंतु संभावना है की इसी महीने में प्रधानमंत्री बच्चों से बात करेंगे। कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत के लिए समाज कल्याण विभाग के द्वारा सभी जिलाधिकारियों को तैयारी का निर्देश दिया गया है। जिन जिलों के बच्चे हैं उन्हें प्रधानमंत्री से बातचीत के लिए तय तारीख के दिन समाहरणालय परिसर लाया जाएगा।
बिहार में 73 ऐसे बच्चे है जो कोरोना काल में अपने मां बाप को खो चुके हैं। इन बच्चों को राज्य सरकार अपनी ओर से प्रति महीने पंद्रह सौ रुपये की राशि देती है। पिछले वर्ष मई में राज्य सरकार ने इसके लिए बाल सहायता योजना को आरंभ किया था। जिसके तहत उन्हें राज्य सरकार द्वारा 18 वर्ष होने तक 1500 रुपये प्रतिमाह दिये जाने की घोषणा की थी।
तो वहीं केंद्र सरकार ने भी पिछले वर्ष मई में कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए योजना शुरू की थी। पीएम केयर्स फंड से संचालित होने वाली इस योजना के क्रियान्वयन के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को नोडल विभाग बनाया गया है। इस योजना के तहत बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही दस लाख रुपए का एक कार्पस फंड भी बनाया जाएगा, जिसके अंतर्गत 18 वर्ष पूरा होने पर ऐसे बच्चों को 23 साल की उम्र तक मासिक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।