अगर बाजार में गिरावट आती है और रिटर्न मार्स योजना के तहत तय सीमा से कम हुआ तो उसकी भरपाई फंड हाउस या प्रायोजक करेगी। जिसके साथ क्षतिपूर्ति की राशि एनपीएस ग्राहकों के एनपीएस खातों में जमा करना होगा। इस योजना में 50 साल तक की उम्र के लोग निवेश कर सकेंगे। उन्हें हर साल कम से कम 5,000 रुपए निवेश करने होंगे।
हालांकि वसूली जाएगी फीस
गारंटीड रिटर्न कमाने के लिए निवेशकों से कुल कॉपरस का 0.25% फीस वसूला जाएगा, जो एनपीएस में अभी केवल 0.09% है।
पेंशन फंड्स ने इतना दिया रिटर्न
एनपीएस में जहां निवेशकों ने इक्विटी स्कीम में निवेश करने पर 1 साल 17.1% और 3 साल 27.8 % का रिटर्न कमाया वहीं , सब्सक्राइबर ने कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश करने पर जहां 1 साल में 8.08 % रिटर्न और 3 साल में निवेशकों में 6.45% कमाया है। इसके अलावा सरकारी बॉन्ड में 1 साल में 10.16 % कमाया जबकि इस स्कीम ने 3 साल में 5.17% का रिटर्न दिया है। इसके अलावा केंद्रीय योजनाएं ने 1 साल में 10.61 % रिटर्न दिया जबकि 3 साल में रिटर्न 8.42% रहा। वहीं, स्टेट स्कीम्स ने 1साल में 10.58% रिटर्न दिया और 3 साल में 8.30% है। इसके अलावा अटल पेंशन का रिटर्न 10.60% और 8.26 % है।
निवेश के लिए इसलिए आकर्षक…
एनपीएस ने पिछले 13 साल में अपने लॉन्चिंग से अब तक निवेशकों को 10 % से 12 % औसत रिटर्न दिया है,जबकि अभी अटल पेंशन योजना में निवेशकों को योगदान राशि के आधार पर 1,000 से 5,000 रुपए तक का मासिक पेंशन मिलती है । वहीं, ईपीएफ में सालाना 8.15 % मिलता है। हालांकि इसमें निवेश और रिटर्न पर टैक्स में छूट का फायदा मिलता है।