अमरीकी वैज्ञानिकों ने सात अगस्त को इस क्षुद्रग्रह की खोज की थी। यह 29 सितंबर को पृथ्वी के इतना करीब आ जाएगा कि हमारे ग्रह के गुरुत्वाकर्षण में फंस जाएगा और करीब दो महीने चांद की तरह पृथ्वी का चक्कर लगाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक क्षुद्रग्रह का व्यास करीब दस मीटर है। इसकी परिक्रमा की रफ्तार चांद की रफ्तार से कम होगी।
गुरुत्वाकर्षण का असर अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के वैज्ञानिकों ने बताया कि ‘एस्टेरॉयड 2024 पीटी-5’ 29 सितंबर से 25 नवंबर तक पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में रहेगा, लेकिन यह पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी नहीं कर पाएगा, क्योंकि पहले ही गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकल जाएगा। चांद 27.3 दिन में पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करता है।
बड़ी दूरबीनों से ही हो सकेगा दीदार यह क्षुद्रग्रह बहुत छोटा है। लोग इसे आंखों से सीधे नहीं देख पाएंगे। यह सिर्फ बड़ी दूरबीनों से देखा जा सकेगा। कुछ साल पहले इसी तरह का छोटा क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरा था। उसे भी मिनी मून कहा गया था।