पत्रिका न्यूज नेटवर्क। तेजी से आती-जाती सूचनाओं के बीच यह जान पाना खासा मुश्किल है कि क्या सही है और क्या गलत। हर किसी के पास इतना समय, संसाधन और धैर्य भी नहीं है कि वह हर सूचना की जांच कर सके। ऐसे में इंटरनेट पर झूठ की बाढ़ चल पड़ी है और अनजाने में आप-हम इस झूठ को बढ़ावा दे रहे हैं। झूठी सूचना के इस फैलाव को इंटरनेट हॉक्स कहा जाता है। इसमें सच और झूठ का घालमेल किया जाता है, जिससे झूठ भी सच की तरह लगने लगता है। हाल में एक तस्वीर संभवत: आपके पास भी आई हो, जिसमें दावा किया गया कि दीवाली की रात अंतरिक्ष से ली गई भारत की तस्वीर है। असल में यह तस्वीर झूठी थी, जो बरसों से चल रही है। जिंदा इंसान निगलने वाले अजगर की तस्वीर हो, या 11 बच्चों को जन्म देने वाली महिला का झूठ यह सभी इंटरनेट हॉक्स बीते दिन खूब शेयर किए गए हैं। रोकने के 3 तरीकेपहचान करें, आगाह करें:व्यक्तिगत रूप से आप खुद संदिग्ध लगने वाले मैसेज के बारे में पड़ताल करें और जानकारियों को दूसरे स्रोतों से जांच लें। अगर यह गलत पाई जाएं, तो तुरंत भेजने वाले को इसके प्रति आगाह करें। इंटरनेट समूहों से मदद:इंटरनेट पर कई समूह गलत सूचनाओं की जानकारी दुरुस्त करते हैं। सूचना सबसे पहले कहां से फैली इसके स्रोत की जानकारी भी लगाते हैं। इनसे संपर्क कर आप मदद ले सकते हैं।साइबर सेल को बताएं:साइबर सेल के पास ऐसी सूचनाओं को जानने के तरीके हैं। यहां से स्रोत की जानकारी जल्दी लगाई जा सकती है। ऐसी सूचनाओं को फैलाने वाले के आईपी एड्रेस की जानकारी लेकर इन्हें रोका जा सकता है।