क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने श्रीलंका के आर्थिक संकट से निपटने में भारत की मदद की सराहना की। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को आश्वस्त करते हुए कहा कि IMF श्रीलंका की मदद के लिए उसके साथ सक्रिय रूप से जुड़ा रहेगा। बता दें, श्रीलंका अप्रत्याशित आर्थिक संकट से जूझ रहा है और देश में विदेशी मुद्रा की भारी कमी हो गई है, जिससे वह खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है।
भोजन और ईंधन की कमी, बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती के कारण श्रीलंका आजादी के बाद से अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। सरकार द्वारा स्थिति से निपटने में नाकाम रहने के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। तो इसी बीच श्रीलंका ने खाद्य पदार्थों और ईंधन खरीदने के लिए आपातकालीन ऋण भारत से मदद मांगी थी। भारत ने भी श्रीलंका को मदद देने में देर नहीं की।
IMF ने भारत के कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ाकर इकोनॉमी को संभालने की नीति को भी सराहा है। जॉर्जीवा ने भारत को कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने और सफल टीकाकरण कार्यक्रम के लिए भी बधाई दी। वित्त मंत्रालय के अनुसार, उन्होंने अन्य कमजोर देशों को COVID-19 राहत सहायता प्रदान करने के लिए भी भारत की सराहना की।
बता दें, IMF आज वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक जारी करने वाला है। IMF ने जनवरी 2022 में जारी अपनी रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2022 में बारत की GDP का ग्रोथ का अनुमान 9 फीसदी जताया था। वित्त वर्ष 2023 में उसने भारत अर्थव्यवस्था के 7.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया।
आपको बात दें, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अमेरिका यात्रा वाशिंगटन पहुंची, यहां वह विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की बैठकों में शिरकत करेंगी। अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान सीतारमण जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक में भी शामिल होंगी।