रोजाना ४० टन से अधिक कचरा उगलता है शहर-
रोजाना शहर के घरों, छोटी बड़ी दुकानों से करीब ४० टन से अधिक गीला और सूखा कचरा निकलता है। इसे पहले खाली जगह पर ढेरों में तब्दिल कर दिया जाता था। नपा ने रोज निकलने वाला कचरा रोज उठाने की व्यवस्था वाहनों के जरिए की। इससे काफी हद तक शहर में सफाई होना शुरू हुई। पहले पॉलिथिन ओर प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया। दुकानों पर पॉलिथिन और प्लास्टिक के कप, प्लेट्स चम्मच आदि के इस्तेमाल पर लगातार चालानी कार्रवाई कर जुर्माना वसूला जा रहा है। लेकिन कचरे की मात्रा में बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है।
यह दी जा रही हिदायद-
नगरपालिका द्वारा हाल ही में कुछ दुकानदारों, होटल और रेस्टोरेंट संचालकों को नोटिस जारी कर हिदायद दी गई है कि वे ग्राहकों को चाय,नाश्ता एवं खाद्य सामग्री देने के लिए स्टील, चीनी, कांच की क्रॉकरी का इस्तेमाल करें। सामग्री साथ देने के लिए कागज और कपड़ों की थैलियों का इस्तेमाल किया जाए। क्रॉकरी का उपयोग करने से उन्हें धो कर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है, साथ ही कचरा भी कम होगा। जो खाद्य सामग्री का कचरा एकत्रित हो उसे एक डस्टबीन में एकत्र करें जिसे नपा के कचरा वाहन में डालें। फिलहाल कुछ दुकानदारों को इस तरह के नोटिस दिए गए हैं। जबकि स्वास्थ्य अमला अब इसके लिए जनजागरुकता अभियान चला रहा है। ट्रेचिंग ग्राउंड पर फेब्रिकेशन मशीन लगाकर कचरे की छंटाई का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
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पहले प्लास्टिक और पॉलिथिन पर प्रतिबंध लगाकर कचरा कम करने का प्रयास किया है। धीरे-धीरे होटल, रेस्टोरेंट आदि में कांच, चीनी, स्टील की क्रॉकरी का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इससे लगभग डेढ़ से दो टन कचरा प्रतिदिन कम किया जा सकता है। आने वाले दिनों में और भी प्रयोग इस दिशा में करने जा रहे हैं। – विश्वास शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी नगरपालिका परिषद नीमच