जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के नीमच जिले में स्थित रतनगढ़ की पहाड़ियों पर बाणदा बांध निर्माण का काम चल रहा है, पहाडिय़ों पर बन रहे इस बांध को लेकर ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है, क्योंकि उन्हें भय है कि बांध बनने से निश्चित ही गांव की जमीन और घर डूब जाएंगे। ऐसे में वे बाणदा बांध निर्माण का लगातार विरोध कर रहे हैं।
बाणदा बांध निर्माण का ठेका जल संसाधन विभाग द्वारा दिया गया था, इस कारण करीब दो माह पहले से ही बांध निर्माण का काम चल रहा था, चूंकि जहां बांध बन रहा है, वहां आसपास आदिवासी और अन्य समाज के लोगों की जमीन हैं, उन्होंने कुछ समय पहले एक सभा का आयोजन कर बांध निर्माण को रोकने की मांग भी सरकार से की थी, लेकिन बांध निर्माण का काम ठेके पर देकर शुरू करवा दिया गया, जिसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बांध निर्माण के काम को बंद करने की चेतावनी दी, जब वे काम बंद नहीं कर रहे थे, तो गुस्साए लोगों में से किसी ने ठेकेदार के सुपरवाइजर की गर्दन पर तलवार रख दी, ऐसे में डर के मारे उन्होंने काम बंद करने का फैसला लिया, ग्रामीणों ने इस दौरान चेतावनी भी दे दी है कि अगर काम बंद नहीं हुआ तो आर-पार की लड़ाई होगी। इसके बाद ठेकेदार के कर्मचारी और मजदूर भाग गए।
जल संसाधन विभाग के गाड़ी के फोड़े कांच
जहां काम चल रहा था, वहीं जानकारी मिलने पर जल संसाधन विभाग के एसडीओ जगदीश चौहान, रामगोपाल पाटीदार आदि पहुंचे तो गुस्साए लोगों ने उनकी गाड़ी के कांच भी फोड़ दिए, इसके बाद ग्रामीणों ने ठेकेदार द्वारा बांध के लिए उपयोग की जा रही मशीनों को भी गांव के बाहर कर दिए, इस मामले में रतनगढ़ थाने में प्रकरण भी दर्ज हो गया है, जल संसाधन विभाग द्वारा काम शुरू करने के लिए सुरक्षा की मांग की गई है।