स्थानीय अधिकारी और पर्यटन अधिकारी पर्यटकों की आमद के लिए तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि कश्मीर के बर्फ से ढके परिदृश्य सर्दियों के खेल और सुंदर दृश्यों की तलाश करने वाले पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। बर्फबारी के कारण घाटी में ठंड भी बढ़ गई है, तापमान में तेजी से गिरावट आई है और निवासियों ने कठोर सर्दियों के महीनों के लिए तैयारी शुरू कर दी है, कई लोगों ने पहले से ही आवश्यक सामान और ईंधन का स्टॉक कर लिया है।
JK में कब होती है भारी बर्फबारी ?
कश्मीर में सर्दियों का मौसम आमतौर पर नवंबर से फरवरी तक रहता है, तथा दिसंबर और जनवरी में भारी बर्फबारी होती है, जिससे यह स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग जैसे बर्फ के खेलों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन जाता है।
इस वजह से उत्तर भारत में नहीं पड़ रही ठंड
कश्मीर घाटी में बर्फबारी शुरू हो गई है और नवंबर का महीना करीब आधा बीत गया है, लेकिन फिर भी उत्तर भारत में ठंड नहीं पड़ रही है. इसके साथ ही अगले 4-5 दिन में मौस में बड़े बदलाव का भी पूर्वानुमान नहीं है और लोगों को ठंड के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पहाड़ों पर बर्फबारी और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के बाद मौसम ठंडा होना शुरू होता है. कश्मीर घाटी में ताजा बर्फबरा हुई है, लेकिन यह अभी काफी कमजोर है. इसके साथ ही वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी काफी कमजोर नजर आ रहा है.