हमारा काम था निमंत्रण देना आना न आना उनकी मर्जी
इंटरव्यू के दौरान जब राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा से उद्धाटन समारोह में आने न आने लेकर चल रहे विवाद पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारा काम उन लोगों को निमंत्रण देने का था, अब समारोह में आना न आना उनकी मर्जी है।
किस धर्म के लोगों को मंदिर में एंट्री होगी बैन
नृपेंद्र मिश्रा से जब पूछा गया कि क्या मंदिर में किसी खास धर्म विशेष के लोगों के एंट्री पर बैन है तो उन्होंने कहा कि राम मंदिर में सभी की एंट्री हो सकेगी। किसी को भी मंदिर आने के लिए धर्म, जाति या पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी। यह सनातन का मंदिर है, यहां सभी लोग आ सकते हैं।
जब कोई शख्स मंदिर में दर्शन करने आएगा तो उससे उसका धर्म या पहचान के बारे में नहीं पूछा जाएगा। किसी के आने की कोई रुकावट नहीं, मंदिर में बस आचरण की रुकावट आएगी। हालांकि, आचरण का रुकावट धर्म के आधार पर नहीं होगा।
फोन ले जाने की नहीं होगी इजाजत
बता दें कि मिश्रा ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में किसी को भी मोबाइल फोन ले जाने की इजाजत नहीं होगी। यहां तक कि वीवीआईपी मेहमान भी मंदिर में फोन नहीं ले जा सकेंगे। 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम के दौरान सभी मेहमानों को प्रधानमंत्री के आने से तीन घंटे पहले पहुंचना होगा।
रात में 10 बजे तक कर सकेंगे दर्शन
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने बताया कि समारोह के दिन मंदिर की पूजा में कोई ज़्यादा बदलाव नहीं होगा और वह जैसे चलती है, वैसे ही चलेगी। हालांकि, यहां पूजा-अर्चना करने वाले पुजारियों की संख्या में इजाफा किया जाए। उन्होंने बताया कि मंदिर में लोग रात दस बजे तक रामलला दर्शन कर सकेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जारी
गौरतलब है कि अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोर-शेर से जारी हैं। 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के लिए मेहमानों को निमंत्रण भी भेजा जा चुका है। इस समारोह में साधू-संतों के अलावा राजनीति, खेल और बॉलीवुड की कई हस्तियां शामिल होंगी। इसके अलावा समारोह में देश के कई बड़े उद्योगपतियों को भी बुलाया गया है।