8 अक्टूबर को मिला था शव
कोडागु के सनटिकोप्पा के पास 8 अक्टूबर को पुलिस को एक कॉफी बागान में एक जला हुआ शव मिला था। उस समय शव की पहचान नहीं हो पाई थी, तो पुलिस ने इलाके से गुजरने वाले वाहनों की जांच करने के लिए CCTV फुटेज खंगालना शुरू किया। एक लाल मर्सिडीज पर उनका ध्यान गया। यह गाड़ी रमेश के नाम से पंजीकृत पाई गई, जिसकी पत्नी ने हाल ही में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने तेलंगाना में अपने समकक्षों से संपर्क किया जहां कार पंजीकृत थी।
पत्नी की भूमिका पर हुआ संदेह
जांच आगे बढ़ने पर पुलिस को रमेश की पत्नी निहारिका की भूमिका पर संदेह हुआ। जब उसे हिरासत में लिया गया तो उसने रमेश की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की और अपने साथियों का नाम बताया। गौरतलब है कि पत्नी ने रमेश से 8 करोड़ रुपये की मांग की थी। रमेश ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया था इससे निहारिका नाराज हो गई। वह निखिल के साथ रिश्ते में थी और उसके और अंकुर के साथ मिलकर रमेश की संपत्ति हड़पने के लिए हत्या की साजिश रची।
1 अक्टूबर को की हत्या
आरोपियों ने व्यवसायी रमेश की 1 अक्टूबर को हैदराबाद के उप्पल में गला घोंटकर हत्या कर दी थी। बाद में वे उप्पल से 800 किलोमीटर दूर कोडागु चले गए। वहां पर उन्होंने एक कॉफी एस्टेट में शव को ठिकाने लगा दिया।
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान निहारिका और निखिल के रूप में हुई है। निहारिका मुख्य संदिग्ध है उसने कथित तौर पर रमेश की हत्या की थी। निहारिका ने निखिल और एक अन्य साथी अंकुर के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगा दिया।