‘उत्पादन नियंत्रित होने से बढ़ेंगी हीरा की कीमतें’
कंपनी के अध्यक्ष वल्लभभाई लखानी ने कहा, “हमने 10 दिनों की छुट्टी की घोषणा की है ताकि हीरे के उत्पादन को नियंत्रित किया जा सके। कंपनी के इतिहास में ऐसा निर्णय पहली बार लिया गया है।” उन्होंने कहा कि दिवाली के दौरान गुजरात में हीरा कारखाने लंबी छुट्टियों पर चले जाते हैं लेकिन असामान्य घोषणा उत्पादन में कटौती करने का एक साधन है। कंपनी का मानना है कि इससे आपूर्ति नियंत्रित होगी और कीमतें बढ़ेंगी जिससे उद्योग को लाभ होगा।
कंपनी के कर्मचारियों को छुट्टी के बदले मिलेगा मुआवजा
कंपनी का लक्ष्य श्रमिकों को उनकी ‘छुट्टियों’ के दिनों के लिए मुआवजा देना भी है। इसके अध्यक्ष ने कहा कि अगर अन्य हीरा कंपनियां सामूहिक रूप से उत्पादन नियंत्रण उपायों की घोषणा करती हैं तो उत्पादन में कटौती से उद्योग को फायदा हो सकता है।
किरण जेम्स में 50 हजार कर्मचारी करते हैं काम
वल्लभभाई लखानी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मेरी फर्म में 50,000 से अधिक हीरे पॉलिश करने वाले काम करते हैं, जिनमें से 40,000 प्राकृतिक हीरे काटते और पॉलिश करते हैं, जबकि 10,000 प्रयोगशाला में विकसित हीरा इकाई में काम करते हैं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिसंबर 2023 में उद्घाटन के बाद किरण जेम्स पहली हीरा कंपनी है जिसने अपने परिसर को मुंबई से सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) में स्थानांतरित किया।
किरण जेम्स इन मामलों में सबसे बड़ी हीरा कंपनी
कंपनी का दावा है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी प्राकृतिक हीरा निर्माता कंपनी है और पॉलिश किए गए हीरों के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है।
कंपनी का वार्षिक कारोबार 17 हजार करोड़ रुपये
किरण जेम्स ₹17,000 करोड़ के वार्षिक कारोबार के साथ दुनिया के सबसे बड़ी हीरा कंपनियों में से एक है। कंपनी डी बीयर्स De Beers के कच्चे हीरे के अधिकृत खरीदारों में से एक है। गिरती वैश्विक मांग के कारण डी बीयर्स ने वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में पहली तिमाही की तुलना में कच्चे हीरे के उत्पादन में 15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है।