बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने स्वास्थ्य भवन में घुसने की कोशिश की थी। इन नर्सिंग के स्टूडेंट्स के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने हस्तक्षेप किया और बैरिकेड लगा दिया। मगर इसके बावजूद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और बैरिकेड्स को तोड़ते हुए स्वास्थ्य भवन के गेट पर कब्जा जमा कर बैठ गए। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने जबरन उन प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को खदेड़ा।
बता दें, आंदोलनकारियों में ज्यादातर महिलाएं थीं, उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य भर्ती बोर्ड के अधिकारियों द्वारा नियुक्तियां देने में अनियमितताएं की गईं, जिससे 4,000 से अधिक योग्य उम्मीदवार बेरोजगार हो गए। तो वहीं स्वास्थ्य भवन ने राज्य में करीब तीन हजार नर्सों की भर्ती के लिए मेरिट लिस्ट प्रकाशित की है। लेकिन विरोध कर रही नर्सों का दावा है कि उस सूची में कई विसंगतियां हैं।
प्रदर्शन कर रहे उम्मीदवारों का आरोप है कि कई लोगों को मेरिट सूची में होने के बावजूद काउंसिलिंग के लिए नहीं बुलाया गया। इन प्रदर्शनकारियों के स्वास्थ्य भवन के मेन गेट पर कब्जा जमाने के बाद बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी पहुंचे और उन्होंने जबरन नर्सिंग स्टूडेंट्स को हटा दिया। पुलिस उन्हें जबरन उठाकर वैन में ले गई और उन लोगों को हिरासत में ले लिया।
नर्सिंग स्टूडेंट्स स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस जबरन उन्हें वैन में घसीट कर ले जा रही है और उनके साथ दुर्व्यवहार कर रही है। लेकिन उन लोगों की मांग जारी रहेगी और उन लोगों का आंदोलन जारी रहेगा।