शांति की खोज में हमारे देश में आते हैं विदेशी
जगदीप धनखड़ ने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान व संस्कृतिक हमारी ताकत है। निया के महान देशों के लोग शांति की खोज में हमारे देश में आते हैं। उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान और महिलाओं को दिए गए आरक्षण का जिक्र करते हुए कहा आज राजचंद्र और महात्मा गांधी साक्षात रूप में मौजूद होते तो वे भी इन कार्यक्रमों की सराहना करते।
विपक्ष पर साधा निशाना
धनखड़ ने नाम लिए बिना समारोह में विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत आज तेजी से प्रगति कर रहा है। कुछ शक्तियां देश के विकास को हजम नहीं कर पा रही हैं। जब भी देश में कोई अच्छा काम होता है, कुछ लोग एक दूसरे ही मोड में चले जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। यह खतरा बहुत बड़ा है। देश को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
हंगामे पर भी लपेटा
उन्होंने सदन में विपक्ष के हंगामे का भी जिक्र किया और कहा कि लोकतंत्र के जिस मंदिर को डिबेट, चर्चा और विचार-विमर्श की परंपराओं से फलना फूलना चाहिए, वहां शोर-शराबा व व्यवधान होता है। संविधान सभा में तीन साल तक बहस चली। वहां बहुत से विभाजनकारी मुद्दे थे, लेकिन कोई हंगामा नहीं हुआ। कोई वेल में नहीं आया, किसी ने प्लेकार्ड नहीं दिखाए।