यह वसूली सीईआईआर (केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर) पोर्टल के उपयोग के माध्यम से संभव हुई, जो पुलिस को चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने और उनका पता लगाने की अनुमति देता है। बयान में कहा गया है कि राचकोंडा आयुक्तालय के अनुसार, इस पहल पर काम करने के लिए तीन सीसीएस (केंद्रीय अपराध स्टेशन)–एलबी नगर, मलकाजगिरी और भोंगीर में से प्रत्येक में विशेष टीमें बनाई गई थीं।
एम. श्रीनिवासुलु, एडीसीपी क्राइम के नेतृत्व में टीमों ने 591 मोबाइल फोन बरामद किए, जिनमें एलबी नगर सीसीएस ने सबसे ज्यादा 339 बरामद किए, उसके बाद मलकाजगिरी (149) और भोंगीर (103) का स्थान रहा। बयान में कहा गया है कि इस साल राचकोंडा पुलिस ने कुल 3213 मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जो हैदराबाद के बाद राज्य में दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। गुरुवार को पुलिस आयुक्त जी. सुधीर बाबू ने बरामद मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंपे और पुलिस के प्रयासों पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी। मालिकों ने आभार व्यक्त किया और पुलिस के काम की प्रशंसा की। राचकोंडा आयुक्तालय के अनुसार, आयुक्त ने वी. अरविंद बाबू, डीसीपी क्राइम और प्रत्येक सीसीएस की विशेष टीमों सहित अपनी टीम के प्रयासों की भी सराहना की और उन्हें अपने प्रयास जारी रखने का निर्देश दिया।