शिक्षिका की बात को अनसुना कर रहे थे छात्र शिक्षिका कई दिनों से बच्चों को बाल काटकर स्कूल आने के लिए कह रही थी, लेकिन बच्चे इसे अनसुना कर दे रहे थे। बच्चों के बाल न कटाने पर शिक्षिका ने खुद ही बच्चों के बाल काट दिए। जब बच्चेे घर लौटे तो उनके माता-पिता उनके कटे बाल देखकर चौंक गए। पूछने पर बच्चों ने बताया कि टीचर ने उनके बाल दिए। इससे नाराज अभिभावक आनन-फानन में स्कूल पहुंचे। उन्होंने इसका विरोध करते हुए शिक्षिका से बहस शुरू कर दी। इस दौरान वहां हंगामा खड़ा हो गया।
अन्य शिक्षकों ने शांत कराया मामला अभिभावकों ने कहा कि शिक्षिका के इस कृत्य से बच्चेे आत्मघाती कदम भी उठा सकते हैं, तो ऐसे में कौन जिम्मेदार होगा। इस पर वहां मौजूद अन्य शिक्षकों ने अभिभावकों को समझाया बुझाया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य बच्चे को अनुशासित करना था। सभी बच्चे दिल के अच्छे हैं और पढ़ने में भी अच्छे हैं और एक शिक्षक के तौर पर हमारा कर्तव्य है कि हम उनके अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अनुशासित करें। इसके बाद मामला शांत हो गया। हालांकि माता-पिता की शिकायत शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों तक पहुंचने के बाद शिक्षिका शिरीषा को निलंबित कर दिया गया।