नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पायलट दल की तारीफ की
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बयान जारी कर एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान संख्या IX613 के चालक दल के सदस्यों और त्रिची हवाई अड्डे के सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों की प्रशंसा की है जिनकी सूझबूझ और मेहनत की वजह से विमान सुरक्षित उतरने में कामयाब रहा। आईएक्स 613 ने शुक्रवार शाम 5.32 बजे त्रिची हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही पायलट को लैंडिंग गियर के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी का पता चला। इसके बाद आपात लैंडिंग की अनुमति मांगी गई। ढाई घंटे से ज्यादा समय तक विमान ने हवा में चक्कर लगाकर ईंधन कम किया। इसके बाद इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
DGCA ने दिए जांच के आदेश
मंत्रालय ने कहा, “शाम 6.05 बजे पूर्ण आपात स्थिति की घोषणा के बाद हवाई अड्डे और इमरजेंसी टीमों ने सहजता से और प्रभावी तरीके से काम किया। हम विमान की लैंडिंग की तैयारी में उनके त्वरित संयोजन की तारीफ करते हैं। रात 8.15 बजे विमान ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की।” बयान में कहा गया है, “नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को विमान की गहन जांच का निर्देश दिया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाइड्रॉलिक की समस्या क्यों हुई।” इस दौरान, विमान में सवार यात्रियों के साथ ही हवाई अड्डे पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों की सांसें भी थमी रहीं। सभी विमान की सुरक्षित लैंडिंग की प्रार्थना करते रहे। हवाई अड्डे पर सभी विमानों की आवाजाही रोककर आपात लैंडिंग की पूरी तैयारी की गई थी। दमकल की 18 गाड़ियों के साथ 20 एंबुलेंस को भी तैयार रखा गया था।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने जारी किया बयान
इस बीच, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने एक बयान में कहा, “ऑपरेटिंग क्रू ने कोई आपातकाल घोषित नहीं किया था। तकनीकी खराबी की सूचना देने के बाद, रनवे की लंबाई को ध्यान में रखते हुए ईंधन और वजन कम करने के लिए सुरक्षित एहतियाती लैंडिंग करने से पहले विमान ने एहतियात के तौर पर निर्दिष्ट क्षेत्र में कई बार चक्कर लगाए। गड़बड़ी के कारण की विधिवत जांच की जाएगी। अंतरिम रूप से, हमारे मेहमानों की आगे की यात्रा के लिए एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की जा रही है।”