धर्म के नाम पर कई लोगों की जान गई
योग गुरु ने कहा कि अंग्रेजों ने दुनियाभर में अपना शासन स्थापित करने के लिए करोड़ों लोगों का कत्ल किया। धर्म के नाम पर भी कई लोगों की जान ली गई। लेनिन और माओ की क्रांति के नाम पर लाखों को मार दिया गया। देश में अब भी जहरीली सिंथेटिक दवाइयां खाकर करोड़ों लोग मर रहे हैं। इसलिए चिकित्सा की स्वाधीनता के आंदोलन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। यह सपना पूरा होना बाकी है। लोगों के जीवन को बचाने के लिए इसे हर हाल में आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने सरहद पर शहादत, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार समेत कई मुद्दों का जिक्र किया।
SC में मांगी थी माफी
बाबा रामदेव इससे पहले भी एलोपैथिक दवाओं से होने वाले साइड इफेक्ट पर बोलते रहे हैं। उन्हें इस संबंध में कानूनी लड़ाई भी लडऩी पड़ी। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें इस मामले में माफी मांगने को कहा था। उनके माफी मांगने के बाद कोर्ट ने हाल ही उनके खिलाफ मानहानि का मामला बंद किया था।