वैसे इस बार कई ऐसे गुमनाम व्यक्तियों को पद्म श्री सम्मान मिला है। जबलपुर के रहने वाले पूर्व सैनिक और पेशे से डॉक्टर मुनीश्वर चंदर डावर 20 रुपए की सस्ती कीमत पर समाज के गरीब और कमजोर वर्गों का निस्वार्थ इलाज करते हैं। इनको पद्म श्री सम्मान दिया गया। नगा सामाजिक कार्यकर्ता रामकुइवांगबे न्यूमे, केरल के गांधीवादी वी पी अप्पुकुट्टन पोडुवल, गुजरात की सामाजिक कार्यकर्ता हीराबाई लोबी, जारवा जनजाति के उत्थान के लिए रतन चंद्र कार, पश्चिम बंगाल की 102 वर्षीय सरिंदा वादक मंगला कांति रॉय, जैविक खेती करने वाले 98 वर्षीय किसान तुला राम उप्रेती को पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया। इसके साथ ही दुनिया भर में ‘ओआरएस’ घोल के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए डॉक्टर दिलीप महालनाबिस को मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि, जिन लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, उन्हें बधाई। भारत राष्ट्र के लिए उनके समृद्ध और विविध योगदान और हमारे विकास पथ को बढ़ाने के उनके प्रयासों का सम्मान करता है। पद्म पुरस्कारों की सूची में छह पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता, नौ पद्म भूषण और 91 पद्म श्री शामिल हैं।