पुलिस के मुताबिक, बेरोजगारों के खाते मालेगांव मर्चेंट बैंक में हैं। इनमें कभी हजार रुपए से ज्यादा का ट्रांजेक्शन नहीं किया गया। अचानक इतनी बड़ी रकम खाते में कैसे आई, यह न युवक बता पाए, न बैंक वाले। बैंक ने कहा कि इसके पीछे उसके सिस्टम की गलती नहीं है। किसी ने पैसा इन लोगों के खातों में भेजा है। पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी है। युवकों को डाली गई रकम का उपयोग नहीं करने को कहा गया है।
किसने किए ट्रांसफर
अनुमान लगाया जा रहा है कि फर्जी कंपनियों के लेन-देन के दौरान रकम बेरोजगारों के खातों में ट्रांसफर हुई। जांच में पता चला कि पिछले 15-20 दिन में इन 12 खातों में 100 से 500 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ। शायद शेल कंपनियों ने इन युवकों के खातों में 10 करोड़ से 15 करोड़ रुपए जमा किए।
दिए थे हस्ताक्षर, पैन और आधार कार्ड…
पुलिस के मुताबिक, कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने मालेगांव बाजार समिति में नौकरी दिलाने का लालच देकर इन युवकों से आधार कार्ड, पैन कार्ड और हस्ताक्षर ले लिए थे। इनके खातों में ट्रांजेक्शन के पीछे वह व्यक्ति हो सकता है। उसकी तलाश की जा रही है।