कौन यूज कर रहा है डेटिंग ऐप
आजकल डेटिंग ऐप का क्रेज़ सभी में काफी देखा जाता है। खासकर मेट्रो सिटीज में रहने वाले जेन जी जनरेशन में काफी यूज किया जाता है। इन एप्स कई सारे ऑप्शन है। मार्केट में टिंडर,बंबल, हैपन आइल, एडवेंचर सीकिंग, बद्दू, जूस्क, मैच, वन्स, हगल, द लीग, ऑक्यूपिड और लेस्ली जैसे एप्स शामिल है। इन एप्स का इस्तेमाल करके युवा जहां ऑनलाइन अपना प्यार ढूंढते हैं। तो वहीं बहुत लोग ठगी को अंजाम देते है।
कैसे होते हैं फ्रॉड?
डेटिंग एप्स का इस्तेमाल करके सेक्सटॉर्शन ब्लैकमेलिंग और रेस्टोरेंट में मिलने बुलाकर उनसे अच्छा खासा बिल भरवाते हैं. कई बार देखा गया है कि लड़की ने लड़के को रेस्टोरेंट मिलने बुलाया होता है। और वहां दो-तीन चीज ऑर्डर करने पर ही रेस्टोरेंट वाला 50-60 हजार तक का बिल बना देता है। जब लड़का मन करता है तो उसे डरा धमका के उससे जबरन पैसे ले लिए जाते हैं।
सावधानी से करें इस्तेमाल
वैसे तो सोशल मीडिया का इस्तेमाल आज के समय काफी देखभाल कर करना चाहिए। वहीं अगर आप कोई डेटिंग एप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसमें आपको दोगुनी सावधानी बरतनी जरूरी होती है। क्योंकि बहुत से लड़के लड़कियां सिर्फ ठगने के मकसद से ही डेटिंग एप्स का इस्तेमाल करते हैं।
चेक करें ऑथेंटिसिटी
टिंडर जैसी कुछ डेटिंग एप्स लोगों की ऑथेंटिसिटी को चेक करने के लिए फेस वेरिफिकेशन के साथ आईडी वेरीफिकेशन भी करतीं हैं। ताकि लोगों पहचान साबित हो सके और कोई फर्जी अकाउंट ना चला सके। जिन ऐप्स में वेरिफिकेशन की सुविधा होती है। तो आप वहां वेरीफाइड प्रोफाइल्स से ही बातचीत करें।