दरअसल वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ( DCGI ) से कोविशील्ड वैक्सीन की बूस्टर डोज को मंजूरी देने का अनुरोध किया है। यह भी पढ़ेँः
कोरोना गाइडलाइन को लेकर आमने-सामने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार, जानिए क्या है पूरा मामला कोरोना संकट के बीच नए वैरिएंट से निपटने के लिए हर देश वैक्सीनेशन पर जोर दे रहा है। इस बीच भारत में भी तेजी से बूस्टर डोज को लेकर मांग उठ रही है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने भी सरकार से कोविशील्ड की बूस्टर डोज दिए जाने के लिए मंजूरी मांगी है।
कंपनी का कहना है कि देश में वैक्सीन की पर्याप्त खुराक मौजूद हैं। लेकिन कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के खतरे से निपटने के लिए बूस्टर डोज जरूरी है। बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट भारत की पहली ऐसी कंपनी है, जो कोविड-19 की बूस्टर डोज के लिए मंजूरी मांग रही है।
क्या बूस्टर डोज
कोरोना वायरस से बचाव के लिए देशभर में वैक्सीन लगाई जा रही है। हर किसी अब तक कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लगाई जा रही हैं। इन दो डोज के बाद जो तीसरी डोज लगाई जाएगी, वही बूस्टर डोज है।
दूसरी ओर केंद्र सरकार ने संसद में जानकारी दी है कि वैक्सीनेशन पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह और कोविड वैक्सीन प्रबंधन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह बूस्टर डोज की जरूरत का पता करने के लिए उसके वैज्ञानिक साक्ष्य पर विचार कर रहे हैं।
इन राज्यों ने भी केंद्र से की बूस्टर डोज की मांग
कोविड-19 वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते खतरे के बीच देश के कई राज्यों ने भी केंद्र सरकार से बूस्टर डोज लगाए जाने की मांग की है। इनमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और केरल जैसे राज्य प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन राज्यों का कहना है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द तीसरी डोज लगाए जाने की इजाजत दे।
यह भी पढ़ेंः Omicron Variant: अमरीका में सामने आया ओमिक्रॉन का पहला केस, उधर दक्षिण अफ्रीका में लॉकडाउन घोषित वैज्ञानिक ला सकते हैं नई वैक्सीनएक तरफ कोविशील्ड की बूस्टर डोज की मांग की जा रही है, वहीं हाल में सीरम के प्रमुख अदार पूणावाला ने कहा था कि ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिक नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर शोध में जुटे है। हो सकता है वैज्ञानिक इससे निपटने के लिए नई वैक्सीन ले आएं जो बूस्टर डोज का काम कर सकती है।