केजरीवाल को बताया ‘चुनावी हिंदू’
दिल्ली भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्टर शेयर किया है। इसमें केजरीवाल को ‘चुनावी हिंदू’ (जो केवल चुनाव से पहले हिंदू धर्म को याद करते हैं) बताया गया है। दिल्ली भाजपा ने कहा कि जो व्यक्ति पिछले 10 वर्षों से इमामों को वेतन देने में व्यस्त है, जिसकी ‘नानी’ (दादी) और जो खुद अयोध्या में भगवान राम मंदिर के निर्माण से नाखुश है। जिसने मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर शराब की दुकानें खोली हैं और जो हिंदू विरोधी राजनीति करता है, वह अचानक पुजारियों और ग्रंथियों के लिए चिंता दिखाने लगा है।
‘मंदिर जाना है बस मेरे लिए एक छलावा’
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्टर में पूर्व सीएम केजरीवाल रुद्राक्ष और फूलों की माला पहने हुए नजर आ रहे है। उनके पूरे शरीर पर रोली (सिंदूर) छिड़की हुई है। इस पोस्टर पर लिखा है, मंदिर जाना है बस मेरे लिए एक छलावा, पुजारियों का सम्मान बस मेरा चुनावी दिखावा, सनातन धर्म का मैंने हमेशा मजाक बनाया। केजरीवाल की योजनाओं पर बीजेपी का निशाना
भाजपा का यह पोस्टर केजरीवाल द्वारा ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ शुरू करने के ठीक एक दिन बाद आया है। इस योजना के तहत हिंदू और सिख पुजारियों को 18,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा। दिल्ली विधानसभा से ठीक पहले केजरीवाल की इस घोषणा की विभिन्न क्षेत्रों से आलोचना हो रही है। भाजपा नेता इस योजना के समय और इसके पीछे के उद्देश्य पर सवाल उठा रहे हैं।
…तो सबसे बड़े फर्जीलाल कहलाएंगे
मध्यप्रदेश संत पुजारी संघ के अध्यक्ष पण्डित नरेंद्र दीक्षित ने अपनी राय देते हुए कहा कि देश के किसी भी नेता ने पुजारियों के लिए इस प्रकार का ऐलान नहीं किया गया है। केजरीवाल तुरंत यह राशि देना शुरू कर दें तो वे देश के सबसे बड़े हिंदूवादी नेता बन सकते है। अगर ऐसा नहीं होता है तो सबसे बड़े फर्जीलाल कहलाएंगे।