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इस बात पर रहेगा फोकस
सरकार माइक्रोब्रेवरीज की ताजा बीयर को ज्यादा से ज्यादा रेस्टोरेंट में पहुंचाने की कोशिश करेगी। इस प्रक्रिया को पहले से आसान बनाने पर भी फोकस होगा। जीओएम ने सुझाव दिया है कि आबकारी विभाग इसकी नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक अलग तंत्र स्थापित करे। समूह का मानना है कि, ताजा बीयर एक बेहद लोकप्रिय ब्रांड है। यही नहीं जिन रेस्तरां-बार में ये अवेलेबल नहीं होती हैं, वहां शराब की बिक्री पर प्रभाव पड़ता है।
बता दें कि, नवंबर 2021 के बाद से दिल्ली में ताजा बीयर वाली माइक्रोब्रेवरीज के लिए कोई पंजीकरण नहीं हुआ है, जब दिल्ली आबकारी नीति-2021 के तहत राजधानी दिल्ली में शराब की नई दुकानों का पंजीकरण हुआ। दिल्ली में ताजा बीयर के लिए केवल एक ही माइक्रोब्रेवरीज है।
एक तरफ लगातार सरकार शराब के शौकीनों के लिए शराब सस्ती करने में लगी है तो वहीं दूसरी तरफ इस पर सियासत भी गर्मा रही है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में लोग महंगाई और आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं लेकिन सरकार का फोकस सिर्फ शराब बेचने पर है।
बता दें कि हाल में सरकार ने रेस्त्रा और बार में शराब परोसने के समय को बढ़ाकर रात 3 बजे तक कर दिया है। इसके साथ ही शराब की होम डिलीवरी पर भी फोकस किया जा रहा है।
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