देश में 3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष के बच्चों के वैक्सीन लगेगी। यही नहीं 10 जनवरी हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज दी जाएगी। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमारियों से ग्रसित नागरिकों को उनके चिकित्सकों की सलाह पर प्रिकॉशन डोज दी जाएगी।
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– 15 से 18 साल की आयु के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू होगा। 2022 में 3 जनवरी को इसकी शुरुआत होगी। ये फैसला कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को तो मजबूत करेगा ही। स्कूल कॉलेज जा रहे हमारे बच्चों के माता-पिता की चिंता भी दूर करेगा।
– कोरोना वॉरियर्स, हेल्थ केयर और फ्रेंट लाइन वर्कर्स का देश को सुरक्षित रखने में बहुत बड़ा योगदान है।
– हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वॉरियर्स को प्रिकॉशन डोज 10 जनवरी से दी जाएगी।
– 60 वर्ष से उपर की आयु के गंभीर बीमारी वाले नागरिकों को डॉक्टरों की सलाह पर वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज का विकल्प 10 जनवरी से शुरू होगा।
– अफवाह, भ्रम और डर पैदा करने के जो प्रयास चल रहे हैं, उनसे बचना चाहिए। हम सभी देशवासियों ने अब तक दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन अभियान चलाया जिसे आने वाले दिनों में और गति देनी है।
– भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था।
– कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ाई का अब तक का अनुभव यही बताता है कि व्यक्तिगत स्तर पर सभी दिशानिर्देशों का पालन, कोरोना से मुकाबले का बहुत बड़ा हथियार है
– जबकि दूसरा हथियार है वैक्सीनेशन
– वर्तमान में ओमिक्रॉन की चर्चा जोरों पर है। विश्व में इसके परिणाम भी अलग-अलग है। भारत के वैज्ञानिक भी इस पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। हमारी वैक्सीनेशन को 11 महीने पूरे हो गए हैं। इसके आधार पर कुछ निर्णय लिए गए हैं।