175 देशों के व्यापारियों आएंगे सूरत
विश्व केद 90 फीसदी हीरों की कट-पॉलिशिंग के साथ अब सूरत हीरे और ज्वैलरी का ट्रेडिंग हब भी बनेगा। इसी उद्देश्य के साथ खजोद में 3500 करोड़ की लागत से सूरत डायमंड बुर्स का निर्माण किया गया है। 4500 ऑफिसों वाले विश्व की सबसे बड़े कमिर्शियल हब का रविवार सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विधिवत उद्घाटन करेंगे। इसी के साथ सूरत अब डायमंड ट्रेडिंग का भी बड़ा वैश्विक केंद्र बन जाएगा, जो सूरत की विकास गाथा में एक और अध्याय जोड़ देगा। एक्सचेंज की स्थापना का उद्देश्य भारत से हीरे, रत्न और आभूषणों के आयात, निर्यात और व्यापार को बढ़ावा देना और हीरे के उत्पादन में शामिल छोटे और बड़े उद्यमों, एमएसएमई को आधुनिक बुनियादी ढांचा और वैश्विक मंच प्रदान करना है। सूरत में 175 देशों के व्यापारियों को पॉलिश किए हुए हीरे खरीदने का मंच मिलेगा। खास बात यह है कि सूरत डायमंड बुर्स के विश्व स्तरीय प्रोजेक्ट को साकार करने के लिए कोई एक व्यक्ति या कंपनी नहीं, बल्कि 4,200 व्यापारी एक साथ आगे आए।
दुनिया का सबसे बड़ा व्यापार केन्द्र
दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग अमेरिका की पेंटागन मानी जाती है, जिसका निर्माण 65 लाख वर्ग फुट में हुआ था। अब इसकी जगह सूरत में 67 लाख वर्ग फुट में बनी डायमंड बुर्स बिल्डिंग ने ले ली है। इतना ही नहीं, नौ टावरों में फैली यह एक ग्रीन बिल्डिंग है और इसमें नवीकरण और ग्रीन एनर्जी के लिए उच्चतम प्लैटिनम ग्रेडेशन हैं। साथ ही यहां वे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है, जो दुनिया में सबसे अच्छी कही जा सकती है।
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देश-विदेश के 25 हजार लोग आएंगे
अनुमान लगाया जा रहा है कि बुर्स के उद्घाटन समारोह में देश-विदेश के करीब 25 हजार से अधिक आमंत्रित मौजूद रह सकते हैं। विभिन्न देशों के 300 से अधिक हीरा उद्यमी भी आएंगे। सूरत के अधिकतर होटल बुक हैं।